बिलासपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। ट्रेनों में किन्नरों द्वारा यात्रियों को परेशान करने की घटना लगातार बढ़ रही है। शिकायतों ने आरपीएफ की परेशानी बढ़ा दी है। इस पर अंकुश लगाने और यात्रियों को आरामदायक सफर कराने के उद्देश्य से रेल सुरक्षा बल ने एक नई पहल की है। इसमें किन्नरों के प्रतिनिधियों से चर्चा की और उन्हें कहा गया कि जबरिया पैसा मांगना बंद करें और यात्रियों से भी हुज्जबाजी न करें। उनसे सहयोग मांगा गया कि स्वयं अन्य किन्नरों को इस तरह की हरकतों से रोकने में मदद करें।
यह चर्चा आरपीएफ पोस्ट में हुई। इस दौरान पोस्ट प्रभारी व निरीक्षक भास्कर सोनी द्वारा प्रतिनिधि मंडल से कहा कि ऐसा कोई दिन नहीं जब आरपीएफ या रेलवे के सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर पर किन्नरों द्वारा परेशान करने की शिकायत न आती हो। जबरिया वसूली करना और अभद्र व्यवहार करना यह नियम के विपरित है। यात्रियों के कई ऐसे होते हैं, जिनकी समस्या होती है और इसे लेकर वे यात्रा करते हैं। कोई इलाज के लिए जाते हैं। परेशान यात्री को और परेशान करना सही नहीं है। हम सभी कर्तव्य है कि यात्रियों के सुखद आरामदायक यात्रा भी सहयोग दें। उनकी बातों से किन्नरों का प्रतिनिधि मंडल संतुष्ट हुआ। हालांकि उन्होंने भी अपनी परेशानियों को रखा।
आरपीएफ के द्वारा जबरिया पैसा मांगने पर बताया कि रेल अधिनियम की धारा 144 बी के तहत अपराध दर्ज किया जा सकता है। इसलिए ऐसा बिल्कुल भी न करें। इसके अलावा उन्हें बताया गया कि अक्सर किन्नर चलती ट्रेन में चढ़ते व उतरते हैं। यह भी गलत है। इस तरह जान जोखिम में न डाले। इसके साथ ही आरपीएफ ने उन्हें रेलवे अधिनियम की धारा 147 और यात्रियों से न्यूसेंस करने के संबंध में रेलवे अधिनियम की धारा 145 के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। किन्नरों के प्रतिनिधि मंडल में राजकिशोर नगर अटल आवास निवासी गुरुसलोनी, रजिया, आयशा, जुली निवासी न्यू लोको कालोनी, तालापारा निवासी राजा किन्नर, बेबो किन्नर निवासी नयापारा जाकिर हुसैन गुरु राजा निवासी सिरगिट्टी समेत अन्य किन्नर मौजूद थे। सभी ने आरपीएफ का सहयोग करने की बात कहीं है।