बिलासपुर। रेलवे बोर्ड के निदेशानुसार अखिल रेल नाट्य उत्सव में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए जोन के तीनों रेल मंडल एवं कारखानों से नाटक मंचन के लिए प्रविष्टियां मंगवाई गई थी. इस क्रम में रायपुर मंडल एवं मोतीबाग कारखाना के पात्र नाट्य दल को नाटक मंचन की अनुमति दी गई। इस दौरान रायपुर मंडल द्वारा प्रस्तुत नाटक हम क्यूं नहीं गाते प्रथम और मोतीबाग के कड़वा सच नाट्य को द्वितीय स्थान मिला। इस कार्यक्रम से कलाकार कर्मचारियों में उत्साह भी नजर आया।
नाटक का मंचन नार्थ ईस्टन रेलवे इंस्टीकट्यूट में हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिलासपुर रेल भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष एके मेश्राम थे। वहीं इस नाटक मंचन के निर्णायक की भूमिका मुख्य जनंसपर्क अधिकारी साकेत रंजन व वरिष्ठ रंगकर्मी निदेशक एवं लेखक भरत वेद को आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों ने नाटक मंचन की बेहतरीन प्रस्तुति पर अपने विचार प्रकट करते हुए नाटक मंचन के इतिहास एवं वर्तमान संदर्भ की चर्चा की। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। नाटक मंचन की शुरूआत मोतीबाग कारखाना का कडुवा सच से हुई तथा दूसरी प्रस्तुति हम क्यूं नहीं गाते रायपुर मंडल ने की।
इस नाट्य मंचन की प्रतियोगिता में दोनों टीमों ने प्रस्तुति ने खूब तालियां बटोरी। मुख्यक अतिथि एवं नाटक के निर्णायकों द्वारा भी प्रशंसा की गई। इस अवसर पर उपस्थित दर्शकों ने नाटक मंचन का भरपूर आनंद लिया और तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया। इस प्रतियोगिता में प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त दल को सामूहिक पुरस्कारर प्रदान देकर प्रोत्सहित किया गया। कार्यक्रम का वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी संचालन विक्रम सिंह ने किया।
इस अवसर पर वरिष्ठक अनुवादक पीतांबर लाल जाटवर भी उपस्थित थे। राजभाषा विभाग , मुख्यालय एवं बिलासपुर मंडल के राजभाषा कर्मियों ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया। इस कार्यक्रम को लेकर अधिकारी व कर्मचारियेां में उत्साह भी नजर आया। इस तरह के आयोजनों से कलाकारों को न केवल प्रोत्साहन मिलता है, बल्कि नए कलाकार भी प्रोत्साहित होते हैं।