Bilaspur Railway News: आपरेशन नारकोस: गांजा तस्करों पर कसेगा शिकंजा
आरपीएफ ने चला रहा एक महीने का विशेष अभियान
By Yogeshwar Sharma
Edited By: Yogeshwar Sharma
Publish Date: Sun, 05 Jun 2022 11:33:24 AM (IST)
Updated Date: Sun, 05 Jun 2022 11:33:24 AM (IST)

बिलासपुर। ट्रेनों में गांजा तस्करी करने वालों की अब खैर नहीं है। ऐसे तस्करों की धरपकड़ करने के लिए रेलवे बोर्ड के आदेश पर यहां भी 'आपरेशन नारकोस" अभियान चलाया जा रहा है। एक महीने का यह अभियान 30 जून तक चलेगा। इसका असर भी दिखने लगा है। जोनल स्टेशन में एक गांजा तस्कर को रंगे हाथों पकड़ा गया है। गांजा तस्करी के लिए ट्रेन से परिवहन करना रेलवे के दोनों सुरक्षा विभाग आरपीएफ व जीआरपी के लिए मुसीबत है। ऐसा नहीं है कि जांच या कार्रवाई नहीं होती। इन उपायों के बाद भी तस्कर कई बार भाग निकलते हैं। पकड़े जाने पर कार्रवाई भी होती। पर इस कार्रवाई से जिस तरह तस्करों के बीच खौफ आनी चाहिए, उसकी कमी लगातार महसूस हो रही थी।
तस्कर नए-नए तरीके और लोगों का सहारा लेकर तस्करी की इस घटना को अंजाम दे रहे हैं। नियमित जांच नहीं होने के कारण भी तस्करों पर कार्रवाई नहीं हो पाती। इसे देखते हुए ही रेलवे बोर्ड से एक आदेश जारी हुआ है। इसमें आपरेशन नारकोस के तहत मादक पदार्थ गांजा का परिवहन करने वालों को पकड़ना है। इसके लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। बिलासपुर में आरपीएफ ने अलग-अलग ट्रेनों में जांच शुरू भी कर दी है। इस अभियान के दौरान बल सदस्यों के साथ डाग स्क्वायड की मदद भी ली जा रही है। इस अभियान के अंतर्गत जांच करने के लिए कोई समय निर्धारित नहीं किया गया है। मतलब किसी भी समय अभियान की शुरुआत कर दी जाती है। यह तस्करों को चकमा देने के लिए किया जा रहा है। नियमित एक ही समय पर जांच करने से तस्कर सतर्क हो जाएंगे और गांजा परिवहन नहीं करेंगे।
प्रारूप भरकर भेजेंगे बोर्ड
आदेश में यह स्पष्ट लिखा है कि प्रतिदिन की कार्रवाई का विवरण सुरक्षा नियंत्रण कक्ष के माध्यम से क्षेत्रीय सुरक्षा नियंत्रण को दिया जाना है। माह अंत यानी अभियान समाप्त होने के बाद सामेकित रिपोर्ट दिए गए प्रारूप के अनुसार रिपोर्ट बनाकर बोर्ड को भेजेंगे। इस रिपोर्ट के आधार पर एक आंकड़ा स्पष्ट होगा कि किस रेल मंडल मंे गांजा तस्करी सर्वाधिक हो रही है।