
बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे त्योहारी सीजन में यात्रियों का खास ख्याल रखती है। उन ट्रेनों में आकलन कर अतिरिक्त कोच लगाती है, जिसमें प्रतीक्षा सूची अधिक है। यात्री इसमें बर्थ के लिए जद्दोजहद करते हैं। इस बार त्योहार में रेलवे ने 18 ट्रेनों में 1300 अतिरिक्त बर्थ उपलब्ध कराई है। इसमें एसी-थ्री व स्लीपर कोच दोनों शामिल हैं। यह अस्थाई सुविधा है, जो एक समय बाद बंद हो जाती है। इस बीच यात्रियों को काफी राहत मिलती है।
अक्टूबर माह में इस बार ज्यादातर त्योहार पड़े हैं। इसे देखते हुए पहली तिथि से लेकर अंतिम दिन तक आवश्यकतानुसार कोच लगाए गए। रेलवे ने इसी सुविधा का आंकड़ा भेजी है। इसमें 1300 से अधिक बर्थ देने का दावा किया है। जिन ट्रेनों में यह सुविधा दी गई, उनमें दुर्ग-निजामुद्दीन द्वि-साप्ताहिक एक्सप्रेस, नवतनवा एक्सप्रेस,दुर्ग-कानपुर एक्सप्रेस,दुर्ग-अजमेर एक्सप्रेस,अमरकंटक एक्सप्रेस,अंबिकापुर एक्सप्रेस,अंबिकापुर-शहडोल,बिलासपुर-रीवा एक्सप्रेस, बिलासपुर-भोपाल एक्सप्रेस,इतवारी-बिलासपुर एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनें शामिल हैं। यह अस्थाई सुविधा थी,जो अब बंद हो गई। ऐसा नहीं है की दोबारा नहीं मिलेगी।
रेलवे में एक टीम ऐसी रहती है,जो केवल यही आकलन करती है कि किसी ट्रेन में अतिरिक्त कोच की आवश्यकता है। कोच स्लीपर लगना है या एसी,यह भी आकलन का हिस्सा होता है। इसके बाद ही सुविधा मुहैया कराई जाती है। अब दिसंबर व जनवरी में अतिरिक्त कोच की आवश्यकता पड़ेगी। दरअसल इस महीने में अवकाश रहता है। बच्चों की छुट्टी पर अभिभावक बाहर घूमने के लिए जाते हैं। लेकिन बर्थ नहीं मिलने की स्थिति में उनका भ्रमण कार्यक्रम रद करना पड़ जाता है। रेलवे नहीं चाहती कि यात्रियों को इस तरह की परेशानी आए। इसलिए अतिरिक्त कोच लगाकर बर्थ उपलब्ध कराती है। खासकर दिल्ली,मुंबई व कोलकाता की ट्रेनों में इसकी आवश्यकता अधिक रहती है। लोग यहां घूमना ज्यादा पसंद करते हैं।