
बिलासपुर। Bilaspur Railway News: बारिश के दौरान ट्रेन परिचालन में बाधा न आए इसलिए रेलवे ने जरूरी कार्य शुरू कर दिए हैं। सभी सेक्शन में पटरियों पर जलभराव रोकने के लिए निकासी की व्यवस्था की जा रही है। वहीं लाइन से सटे पेड़ों की छंटाई भी की जा रही है, ताकि बारिश या अंधड़ चलने से डाल ओएचई तार या रेल लाइन पर न गिरे। इसकी वजह से कई घंटे तक ट्रेनें खड़ी हो जाती हैं।
रेलवे हर साल प्री-मानसून मरम्मत कार्य करती है, क्योंकि बिलासपुर रेल मंडल के कई ऐसे सेक्शन हैं जो पहाड़ व जंगल के बीच हैं। इसके कारण हवा चलने या बारिश होने पर परिचालन बाधित होता है। अभी मानसून की दस्तक में 20 दिन का समय है। इसलिए रेलवे ने सभी सेक्शन में तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत जलभराव वाले स्थान, बोल्डर स्खलन होने वाले क्षेत्र और रेलवे लाइन के आसपास स्थित बड़ी संख्या में पेड़ हैं, वहां काम शुरू कर दिया गया है।
इस कार्य को शुरू करने से पहले गहन निरीक्षण किया गया। इसके बाद योजनाबद्ध ढंग से काम की शुरुआत की गई। जलभराव वाली जगहों पर पानी की निकासी के लिए पाइप बिछाए जा रहे हैं। इसके अलावा पेड़ों की कटाई-छंटाई की जा रही है। ऐसे स्थान जहां अक्सर बोल्डर स्खलन होते हैं वहां पहाड़ों से आने वाले पानी की निकासी का पुख्ता इंतजाम किया जा रहा है। लाइन किनारे निकासी के लिए नाली निर्माण किया जा रहा है। वहीं कई जगहों पर परिवर्तित करने का काम चल रहा है। नालियों व ड्रेन प्रणाली के आसपास के कचरे को हटाकर सफाई भी कराई जा रही है।
ओएचई व सिग्नल का भी निरीक्षण
पानी निकासी के साथ-साथ रेलवे ओएचई व सिग्नलिंग प्रणाली से जुड़े उपकरणों का भी निरीक्षण कर रही है। ताकि यदि कभी सुधार करने योग्य स्थिति हो तो उसे भी पूरा कर लिया जाए। मानसून के दौरान ओएचई व सिग्नल की वजह से भी ट्रेनें प्रभावित होती हैं।