Bilaspur Railway News: शिव सोनी.बिलासपुर(नईदुनिया)। कोरोनाकाल में रेलवे ने सभी ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया। दोबारा शुरू करने पर एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों के पुराने नंबर के आगे जीरो जोड़कर उन्हें स्पेशल बना दिया। किराया भी दोगुना तक बढ़ा दिया गया। इस बीच लगातार मांग और विरोध के बाद पैसेंजर व मेमू ट्रेनों को भी स्पेशल बना कर शुरू किया गया। अब एक्सप्रेस ट्रेनें पुराने नंबर से चल रही हैं और सामान्य किराया लिया जा रहा है। लेकिन, पैसेंजर व मेमू ट्रेनों से जीरो नहीं हटाया गया है और स्पेशल के नाम पर अब भी दोगुना तक किराया लिया जा रहा है।
पैसेंजर व मेमू ट्रेनें छोटे स्टेशनों से यात्रा करने वालों के लिए वरदान है। शहर आकर रोजी-मजदूरी, नौकरी करने वाले, दूध, सब्जियां बेचने वालों के लिए जीवन रेखा है। शहरवासियों की सुविधा भी उनसे जुड़ी है। अप व डाउन दिशा मिलाकर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन में 125 पैसेंजर व मेमू ट्रेनें चलती हैं। रेलवे इन्हें स्पेशल बनाकर ही चला रही है। स्पेशल बनने के कारण इनका किराया दो से तीन गुना अधिक हो गया है। इसे लेकर यात्री बेहद नाराज और परेशान हैं। जबकि अब कोरोना वायरस का बहाना भी नहीं है। जब भी यात्री या जनप्रतिनिधि इस मुद्दे को उछालते हैं, जोन के अधिकारी रेलवे बोर्ड के आदेश होने का हवाला देकर पल्ला झाड़ लेते हैं।
जानिए बिलासपुर से कितना अधिक किराया देना पड़ रहा
स्टेशन --- पुराना किराया --- नया किराया
कोरबा --- 25 रुपये --- 50 रुपये
रायपुर --- 30 रुपये --- 55 रुपये
गोंदिया --- 60 रुपये --- 105 रुपये
पेंड्रारारोड --- 25 रुपये --- 50 रुपये
रायगढ़ --- 30 रुपये --- 60 रुपये
अकलतरा --- 10 रुपये --- 30 रुपये
अनूपपुर --- 35 रुपये --- 70 रुपये
शहडोल --- 45 रुपये --- 75 रुपये
दुर्ग --- 35 रुपये --- 65 रुपये
राजनांदगांव --- 40 रुपये --- 75 रुपये
चांपा --- 15 रुपये --- 35 रुपये
कटनी --- 65 रुपये --- 115 रुपये
क्या कहते हैं
स्पेशल ट्रेनों का किराया रेलवे बोर्ड के मापदंड के अनुसार है। स्पेशल ट्रेनों के किराए में बदलाव को लेकर बोर्ड ने अभी तक कोई दिशा-निर्देश नहीं दिया है।
साकेत रंजन
सीपीआरओ, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन बिलासपुर