बिलासपुर। Bilaspur Railway News: जोनल स्टेशन पर सुबह 10:50 बजे अचानक पांच हूटर बजते ही पूरे महकमे में अफरा-तफरी मच गई। पता चला कि करगीरोड-कलमीटार के बीच ट्रेन हादसा हुआ है। मालगाड़ी की चपेट में एक ट्रक आ गया। सूचना मिलते ही मेडिकल रिलीफ ट्रेन रवाना हो गई। ट्रेन जैसे ही उसलापुर स्टेशन पहुंची पता चला कि माक ड्रिल था।
रिलीफ ट्रेन में सवार रेलकर्मी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए थे। जैसे ही उन्हें पता चला कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है सभी ने राहत की सांस ली। हालांकि आपातकाल सायरन की आवाज गूंजते ही मौके पर एनडीआरएफ, एआरटी, चिकित्सकों का दल, आरपीएफ रवाना हो गए थे। फायर ब्रिगेड, एनसीसी व स्काउट गाइड को भी सूचित कर दिया गया था। 18 मिनट के बाद माक ड्रिल का पता चला। आरपीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि सायरन की आवाज के बाद जैसे ही हादसे की खबर पता चला झटपट रवाना हो गए।
उसलापुर स्टेशन में पहुंचने के बाद असलियत का पता चला। जानकारी के मुताबिक डीआरएम ने माक ड्रिल के बाद विभागवार अधिकारियों से फीडबैक भी लिया। इस दौरान उन्होंने रेलवे के चीफ मेडिकल सहित सभी अधिकारियों को, कहां कमी रही, किसी तरह से समन्वय की कमी पाई गई, उसे दूर करने के निर्देश दिए। वहीं माक ड्रिल को लेकर जिला प्रशासन को कोई सूचना नहीं थी।
विभागों में दिखी सतर्कता
माक ड्रिल के दौरान रेलवे के सिग्नल एंड टेली कम्युनिकेशन विभाग, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, कमर्शियल, आपरेटिग, सेफ्टी, सिक्युरिटी व मेडिकल टीम में सतर्कता दिखी। रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने भी अपनी सजगता प्रकट किया।
रेलवे की ओर से माक ड्रिल किया गया था। इसका उद्देश्य काल्पनिक दुर्घटनाओं से सीखना और सभी विभागों से समन्वय स्थापित कर बेहतर तरीके से राहत व बचाव कार्य करते हुए यात्रियों की जान बचाना है।
साकेत रंजन
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी,दपूमरे