Bilaspur Railway News: अब रद नहीं होंगी ट्रेंने,तीन दिन काम छह घंटे करेंगे पूरा
डीआरएम प्रवीण पांडेय ने कहां यात्रियों को नहीं होगी परेशानी उन्होंने एक उदाहरण दिया कि जिन काम में तीन दिन लग जाता था, उसे छह घंटे में पूरा कर लिया जाएगा। इसकी पूरी योजना बना ली गई है।
By Manoj Kumar Tiwari
Edited By: Manoj Kumar Tiwari
Publish Date: Sat, 10 Dec 2022 03:41:42 PM (IST)
Updated Date: Sat, 10 Dec 2022 03:41:42 PM (IST)

बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। यात्रियों को अब ट्रेन रद होने से परेशानी नहीं होगी। ऐसी योजना बनाई गई है, जिससे की नान इंटरलाकिंग के लिए पहले जो तीन का समय लगता है था, उसे अब छह घंटे में पूरा कर लिया जाएगा। स्टाफ से लेकर संसाधन बढ़ाकर काम पूरा किया जाएगा।
ये बातें बिलासपुर रेल मंडल के डीआरएम प्रवीण पांडेय ने कही। शनिवार को उन्होंने कार्यालय स्थित सभाकक्ष में पत्रकारों से चर्चा की। इस पत्रवार्ता का मुख्य उद्देश्य ही उन तैयारियों को बताना था, जो यात्रियों के लिए लाभ दायक है। नान इंटरलाकिंग के चलते कई ट्रेनें एक साथ रद करनी पड़ती थी। इससे ट्रेन रद होती थी और यात्रियों को भी परेशानी होती है। कहीं न कहीं रेलवे को भी राजस्व नुकसान होता था। इसीलिए इसको लेकर काफी मंथन चली। जिसमें इस बात को सहमति बनी कि ट्रेन अब किसी भी सूरत में रद नहीं की जाएगी।
उन्होंने एक उदाहरण दिया कि जिन काम में तीन दिन लग जाता था, उसे छह घंटे में पूरा कर लिया जाएगा। इसकी पूरी योजना बना ली गई है। उन्होंने यह भी कहां कि रेल मंडल की इस पहल से ट्रेनें रद नहीं होंगी, लेकिन थोड़ा विलंब जरुर होगा। मुझे यकीन है कि यात्रियों को इससे दिक्कत नहीं होगी। परेशान केवल ट्रेनें रद होने से होती थी। उन्होंने रेल मंडल में चले अधोसंरचना से जुड़े कार्यों की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि चौथी लाइन का काम तेजी से चल रही है। इस लाइन के बिछने के बाद ट्रैफिक का दबाव पूरी तरह कम हो जाएगा। भविष्य दो लाइन पर कोचिंग ट्रेन और दो में मालगाड़ी चलाएंगे, जिससे की यात्रियों को भी असुविधा न हो और माललदान पर प्रभाव न पड़े।
वंदे भारत की लंबाई अधिक, एक इंडीकेशन बोर्ड करना पड़ेगा बंद
पत्रवार्ता के दौरान डीआरएम ने वंदे भारत ट्रेन से जुड़ी संपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया इस ट्रेन के कोच की लंबाइ अधिक है। 24 मीटर के एक कोच के कारण कोच इंडीकेशन बोर्ड के बराबर सभी कोच नहीं आ पाएंगी। पर इसका भी समाधान निकाल लिया गया। एक कोच इंडीकेशन बोर्ड को बंद करने से बोर्ड के अनुसार कोच आ रहे हैं। इसलिए यात्रियों को किसी तरह असुविधा नहीं होगी।
सुरक्षा के लिए बाउंड्रीवाल की है योजना
वंदे भारत ट्रेन 130 किमी प्रतिघंटे की गति से दौड़ेगी। ऐसे में ट्रैक में मवेशी से लेकर मनाही के बाद ट्रैक पार करने वाले नागरिकों की जान को खतरा है। इस प्रश्न पर डीआरएम ने कहा कि इसको लेकर भी रेलवे ने अच्छी योजना बनाई है। इसके तहत ट्रैक के दोनों बाउंड्रीवाल बनाई जाएगी। पहले झारसुगुड़ा से बिलासपुर तक काम होगा और उसके बाद बिलासपुर से नागपुर तक सुरक्षा का इस उपाय को किया जाएगा।
दाघोरा स्टेशन को चौथी लाइन से जोड़ने के कारण रद नहीं होंगी ट्रेनें
दाघोरा स्टेशन को चौथी लाइन से जोड़ने के लिए नान इंटरलाकिंग का कार्य के लिए 11 व 12 दिसंबर को रेलवे ने जिन ट्रेनों को रद किया था, उसे अब चलाने का निर्णय लिया है। ऐसा नहीं है कि काम प्रभावित हो रहा है। दरअसल जिस तरह की तैयारियां की गई, उसके मुताबिक काम भी होगा और ट्रेनें भी रद नहीं होगी। छह घंटे में काम पूरा करने का निर्णय इसे लागू होगा।
मालूम हो कि नान इंटरलाकिंग के चलते 12 दिसंबर को 02864 बिलासपुर- टिटलागढ़ स्पेशल पैसेंजर, 08263 टिटलागढ़-बिलासपुर स्पेशल पैसेंजर 18109 टाटानगर- इतवारी पैसेंजर , 18110 इतवारी-टाटानगर पैसेंजर व 08861 गोंदिया-झारसुगुड़ा मेमू स्पेशल पैसेंजर एवं 13 दिसंबर को 08862 झारसुगुड़ा-गोंदिया मेमू स्पेशल पैसेंजर को रद कर दी गई थी, लेकिन इस ट्रेन की सुविधा अब यात्रियों को मिलेगी।