बिलासपुर। Bilaspur Railway News: आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आह्वान पर सात जून की सुबह नौ बजे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे श्रमिक यूनियन भी रेल कर्मियों को फ्रंटलाइन कर्मचारी घोषित करने की मांग रखेगा। इस दौरान विरोध भी किया जाएगा। श्रमिक यूनियन के महामंत्री मनोज बेहरा ने बिलासपुर जोन के सभी रेल कर्मचारियों से अपील की है कि टि्वटर के माध्यम से अपना विरोध दर्ज कराएं।
कोरोना की पहली लहर से रेलवे कर्मचारियों ने देश में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए 24 घंटे मालगाड़ी का परिचालन किया। दो करोड़ 60 लाख श्रमिकों को श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाकर उनके निवास स्थल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए एक लाख से अधिक रेल कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए। दो हजार से अधिक कर्मचारियों की मौत भी हुई। लाकडाउन से लेकर आज तक ट्रेनों का परिचालन निरंतर चल रहा है। दूसरी लहर में अति आक्सीजन की आपूर्ति में रेलवे के परिचालन की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
इतना ही नहीं पटरियों के रखरखाव करने वाले ट्रैकमेंटेनर ट्रेक्शन विद्युत विभाग, टीआरडी विभाग, सिग्नल एंड टेलीकाम विभाग, परिचालन विभाग, कमर्शियल विभाग, स्टेशन मास्टर, मैकेनिकल विभाग, विद्युत सामान्य, इंजीनियरिंग, जोनल कार्यालय, मंडल कार्यालय कंट्रोल आफिस, लोको पायलट, गार्ड, रेलवे में कार्यरत सभी कर्मचारियों की दिन-रात की मेहनत का नतीजा है कि ट्रेनों के पहिए नहीं थमे।
इतना महत्वपूर्ण सेवा देने के बाद भी अब तक रेलकर्मियों को फ्रंट लाइन का कर्मचारी घोषित नहीं किया गया है। इसलिए अब विरोध करने के लिए यह रास्ता अपनाया गया है। सभी जोन एवं आठ औद्योगिक इकाइयों में एवं सभी मंडल के रेलकर्मी इस अभियान में सम्मिलित होकर भारत सरकार, रेल मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, रेलमंत्री, रेलवे बोर्ड चेयरमैन सभी के टि्वटर अकाउंट पर ट्वीट कर अपना पक्षा रखेंगे।