Amrit Bharat Station Scheme: जोनल स्टेशन की सूरत बदल जाएगी। यात्रियों को यहां पहुंचने के बाद न केवल विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी बल्कि लुक एयरपोर्ट जैसा होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिलासपुर समेत देश के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास कार्य का शिलान्यास किया। इस कार्यक्रम को खास बनाने के लिए बिलासपुर रेलवे स्टेशन में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी ने रिमोट का बटन दबाकर शिलान्यास किया, स्टेशन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इसके बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने शिलान्यास का अनावरण किया। अब जल्द ही अमृत भारत योजना के अनुरूप स्टेशन को विकसित करने का कार्य प्रारंभ हो जाएगा। रेलवे की यह महात्वाकांक्षी और ऐतिहासिक योजना है। इसे अमृत भारत स्टेशन स्किम का नाम दिया गया है।
स्थानीय कला और संस्कृति को ध्यान में रखते हुए स्टेशन की डिजाइन व स्वरूप का उन्नयन किया जाएगा। स्टेशन परिसरों को मनमोहक बनाने के साथ सिटी के दोनों तरफ जुड़कर सिटी सेंटर की तरह विकसित किए जाएंगे। इस योजना में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के नौ स्टेशन का पुनर्विकास होना है। इन सभी जगहों के रेलवे स्टेशन में जनप्रतिनिधयों की उपस्थिति में भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए।
बिलासपुर रेलवे स्टेशन में गेट नंबर एक पर कार्यक्रम हुआ। इस दौरान छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, बिलासपुर सांसद अरुण साव, बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय, बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक, तखतपुर विधायक रश्मि सिंह, मस्तूरी विधायक कृष्ण मूर्ति बांधी, बेलतरा विधायक रजनीश सिंह उपस्थित रहे। इस अवसर पर सांसद साव ने कहा कि अमृत भारत स्टेशन योजना से यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी।
इस दौरान बताया गया कि रेलवे स्टेशनों को विकसित करने का लक्ष्य बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करना है। इसके अंतर्गत स्टेशन पर उन्नत व आधुनिक सुविधायुक्त वेटिंग हाल, खानपान, पानी, एटीएम, इंटरनेट, वाशरूम, कवर शेड, स्टैंडर्ड साइनेज की सुविधाएं मिलेंगी।
स्टेशन पर वरिष्ठ नागरिक व दिव्यांग यात्रियों को उनके अनुकूल सुविधाएं दी जाएंगी। पुनर्विकास के बाद बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग स्टेशन हाईटेक यात्री सुविधाओं के साथ टेक्नोलाजी, स्थानीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का आकर्षक केंद्र बनेंगे। यात्रियों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ रोजगार बढ़ने की व्यापक संभावना विकसित होगी, जिसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा।
465 करोड़ होंगे खर्च, 32 माह में पूरा हो काम
इस योजना के तहत रेलवे स्टेशन को विकसित करने की रेलवे ने तैयारी पूरी कर ली है। केवल शिलान्यास होने का इंतजार था। रविवार को यह भी हो गया है। अब रेलवे कमर कसेगी और लक्ष्य के अनुरूप 32 माह के भीतर स्टेशन को नया स्वरूप व सर्वसुविधायुक्त तैयार कर लिया जाएगा। इसके लिए बिलासपुर रेलवे स्टेशन में 465 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
जोन के 40 स्टेशन भी शामिल
भारतीय रेलवे की इस महात्वाकांक्षी और ऐतिहासिक योजना अंतर्गत दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के 49 रेलवे स्टेशनों को चिन्हित किया गया है। इनमें से पहले चरण में नौ स्टेशनों को शामिल किया गया है। उनमें बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, अकलतरा, भिलाई पावर हाउस, तिल्दा-नेवरा, गोंदिया, वडसा, चांदाफोर्ट स्टेशन शामिल हैं। 49 रेलवे स्टेशनों के उन्नयन में 1,868 करोड़ रुपए खर्च होंगे।