बिलासपुर: स्वच्छ स्टेशन में यह कैसी गंदगी, डेढ़ साल बाद भी नहीं हटा मलबा
जोनल स्टेशन के गेट नंबर चार के सामने अव्यवस्था से यात्रियों के साथ राहगीरों को भी परेशानी
By Yogeshwar Sharma
Edited By: Yogeshwar Sharma
Publish Date: Sun, 21 Aug 2022 02:40:58 PM (IST)
Updated Date: Sun, 21 Aug 2022 02:40:58 PM (IST)

बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)।बिलासपुर रेलवे स्टेशन की पहचान स्वच्छ स्टेशनों में होती है। पर अब यहां की स्थिति विपरित होती जा रही है। गेट नंबर चार के सामने ही इतनी अव्यवस्था व गंदगी नजर आती है की यात्रियों को इसके चलते परेशानी होने लगी। इतनी ही नहीं राहगीरों के अलावा यात्रियों को छोड़ने पहुंचने वाले स्वजनों को भी दिक्कत हो रही है। दरअसल यहां पार्किंग है। इसके चलते वाहन को खड़ा करने में असुविधा हो रही है। विड़ंबना की बात है कि डेढ़ साल से मलबा पड़ा हुआ है। पर रेलवे के पास इसे हटाकर सफाई कराने की फुर्सत नहीं है।
बिलासपुर में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन का मुख्यालय है। मुख्यालय का रेलवे स्टेशन होने के कारण सब कुछ व्यवस्थित व साफ- सुथरा होना चाहिए। कोरोना की दस्तक से पहले स्टेशन ऐसा ही थी। पर अब यहां ध्यान देना वाला कोई नहीं है। हालांकि इसके रेल प्रशासन खुद जिम्मेदार है। पिछले दो साल से इस स्टेशन में निदेशक ही नहीं है। तत्काल स्टेशन डायरेक्टर किशोर निखारे के तबादले के बाद रेल प्रशासन ने दूसरे अधिकारी की नियुक्ति नहीं की। मुखिया नहीं होने के कारण अधीनस्थ कर्मचारी बेलगाम है।
यहां किसी को कोई मतलब नहीं है। इसी का असर है कि गेट नंबर चार के सामने डेढ़ साल से मलबा पड़ा हुआ है। पर यह किसी को नजर नहीं आता। जबकि इस जगह पर पार्किंग की व्यवस्था है। यहां कार की खड़ी होती है। लेकिन मलबे की वजह से कारें बाउंड्रीवाल तक नहीं जा पाती और आधे में ही रूक जाती है। कार का आधा सड़क पर होने के कारण आवाजाही में परेशानी होती है। इतना ही नहीं पार्किंग में अव्यवस्थित होती है। इसके अलावा कुछ और हिस्सो में गंदगी पसरी हुई रहती है। प्लेटफार्म पर भी पहले की तरह नहीं चमकते। धीरे- धीरे जोनल स्टेशन की स्थिति सफाई के मामले में नीचे गिरते जा रही है। लेकिन अधिकारियों को इस व्यवस्थित करने का भी समय नहीं है। अधिकारियों का तो पहले की तरह निरीक्षण भी नहीं होता।