नईदुनिया न्यूज,बिलासपुर। छुलहा व जैतहरी स्टेशन के बीच बेलिया फाटक में शनिवार की देर रात बड़ा हादसा हो गया। तेज रफ्तार कार क्रासिंग को तोड़ते हुए विशाखापत्तनम-अमृतसर हीराकुंड एक्सप्रेस से टकरा गई। इस घटना में कार चालक की मौत हो गई। वहीं दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे बिलासपुर अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। कार की टक्कर से ट्रेन के तीन कोच भी क्षतिग्रस्त हो गए।
घटना शनिवार की रात लगभग 12 बजे की है। इस समय पर 20807 हीराकुंड एक्सप्रेस गुजरती है। इसलिए फाटक को बंद कर दिया गया था। हालांकि रात होने के कारण फाटक में गाड़ियां नहीं थीं। इसी बीच एक सफेद रंग की कार एमपी - 65 सी 3984 पहुंची और फाटक में रुकने के बजाय क्रासिंग को तोड़कर सीधे हीराकुंड एक्सप्रेस से टकरा गई। ट्रेन उस समय पर फाटक से गुजर रही थी। कार में दो लोग सवार थे। इनमें से एक व्यक्ति परमेश्वर साहू निवासी मोजरबेयर टाउनशिप जैतहरी अनूपपुर गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं चालक नरेंद्र वर्मा निवासी देघरिया चौरई जिला छिंदवाड़ा की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने के बाद रेलवे स्टाफ के अलावा आरपीएफ व पुलिस भी पहुंची। इस दौरान घायल को नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे बाद में बिलासपुर स्थित अपोलो अस्पताल में रेफर कर दिया गया। इधर रेलवे स्टेशन शहडोल से एआरएमई को रात 12:32 से रवाना किया गया और घटना स्थल पर समय 1:33 बजे पहुंची। इस दुर्घटना राहत गाड़ी में शहडोल के एआरएम आर प्रसन्ना लोध, शहडोल के एईई सीवीके सिंह, रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट शहडोल के निरीक्षक मनीष कुमार एवं अन्य विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मौके पर पंचनामा किया। इसके साथ ही क्षतिग्रस्त वाहन को हटाने की जद्दोजहद हुई। समय करीब 3:10 बजे क्षतिग्रस्त वाहन को ट्रैक्टर की मदद से ट्रैक के किनारे से हटा दिया गया।
तीन कोच में तकनीकी खराबी, बिलासपुर से भेजी गईं बोगियां
घटना की वजह से हीराकुंड एक्सप्रेस के तीन कोच क्षतिग्रस्त हो गए। तकनीकी खराबी भी आई। वह यात्रियों के बैठने लायक स्थिति में नहीं थी। इसलिए तीनों कोच को हटाकर दूसरे कोच लगाने का निर्णय लिया गया। इसकी सूचना तत्काल बिलासपुर को भेजी गई। यहां से तीन कोच भेजे गए। ट्रेन अनूपपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म तीन पर खड़ी थी। बिलासपुर से कोच पहुंचने के बाद ट्रेन से क्षतिग्रस्त एस-3, एस- 4, एस-5 को हटाया गया।
सुबह रवाना हुई ट्रेन
इस घटना के चलते हीराकुंड एक्सप्रेस रात 12 बजे से मौके पर खड़ी रही। कोच बदलने के बाद रविवार को सुबह 7:30 बजे गंतव्य के लिए रवाना हुई। इससे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। कुछ अन्य ट्रेन व मालगाड़ी का परिचालन भी प्रभावित रहा।