नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर: 15 दिन से अटके दक्षिण-पश्चिम मानसून ने अब पूरी तरह से दस्तक दे दी है। बस्तर में रुका मानसून अब उत्तर छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव, दुर्ग होते हुए रायपुर, बिलासपुर और सरगुजा संभाग की ओर तेजी से बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी की है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में बने चक्रवाती परिसंचरण और पूर्वी मध्य प्रदेश से बांग्लादेश तक फैली द्रोणिका के कारण प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी बारिश के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। रायपुर शहर में मंगलवार से मानसूनी बारिश का दौर प्रारंभ हो जाएगा, जिसके चलते अधिकतम तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम 26 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। एक-दो स्थानों पर 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इस दौरान पेड़ों के गिरने की आशंका बनी रहेगी।
मौसम विभाग ने विशेष चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि 17 और 18 जून को सरगुजा, जशपुर, बलरामपुर, कोरिया और आसपास के क्षेत्रों में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। इन क्षेत्रों में तेज गर्जना के साथ बिजली गिरने की भी संभावना जताई गई है। जशपुर में सोमवार को आधे घंटे तक गरज-चमक के साथ बारिश दर्ज की गई।
प्रदेश में सोमवार को दुर्ग में सर्वाधिक छह सेमी बारिश हुई, जबकि गीदम में पांच सेमी, कवर्धा, पिपरिया, गुंडरदेही व जांजगीर में तीन-चार सेमी वर्षा दर्ज की गई। वहीं, राजनांदगांव, बिलासपुर, भिलाई, छुरा, अर्जुन्दा समेत दर्जनों स्थानों पर एक से तीन सेमी तक बारिश हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की सक्रियता के साथ प्रदेश के अधिकांश भागों में दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। दुर्ग में सोमवार को सर्वाधिक 36.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 21.0 डिग्री राजनांदगांव में रहा। सोमवार को दिनभर धूप के बाद शाम को बादल छाए रहे।
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