अब बिलासपुर रेलवे जोन की ट्रेनों में मिलेंगे चीला, चौसेला और फरा जैसे छत्तीसगढ़ी व्यंजन
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन की ट्रेनों में अब यात्री छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद चख सकेंगे। यात्रियों को चीला, चौसेला, फरा, मंगोड़ी जैसे व्यंजन मिलेंगे । रेलवे बोर्ड ने आइआरसीटीसी को स्थानीय व्यंजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
By Abrak Akrosh
Edited By: Abrak Akrosh
Publish Date: Thu, 17 Nov 2022 11:55:00 PM (IST)
Updated Date: Thu, 17 Nov 2022 11:55:00 PM (IST)

बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन की ट्रेनों में अब यात्री छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद चख सकेंगे। यात्रियों को चीला, चौसेला, फरा, मंगोड़ी जैसे व्यंजन मिलेंगे। रेलवे बोर्ड ने आइआरसीटीसी को स्थानीय व्यंजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। इस निर्देश का बिलासपुर में पालन करने की प्रक्रिया आइआरसीटीसी ने शुरू कर दी है। इसमें महाराष्ट्र के अलावा मध्य प्रदेश और ओडिशा आदि राज्यों के स्थानीय व्यंजनों को उपलब्ध कराने के लिए जद्दोजहद शुरू हो गई है। बहुत जल्द यात्रियों को स्थानीय व्यंजन मिलने लगेंगे।
यह सुविधा ट्रेनों में पेंट्रीकार के माध्यम से मिलेगी। वर्तमान दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन की आधा दर्जन ट्रेनों में बिलासपुर स्थित आइआरसीटीसी के क्षेत्रीय कार्यालय के माध्यम से पेंट्रीकार का संचालन होता है। इसकी नियमित जांच और पहले से तैयार मेनू के मुताबिक खानपान उपलब्ध कराए जाते हैं। इटली, दोसा, उपमा, ढोकला आदि खानपान की चीजें मिलती हैं। यह व्यंजन तो हर जगह पर मिल जाती है। कुछ राज्यों की व्यंजनों के मामले में अलग पहचान है। यात्री इसका स्वाद नहीं चख पाते।
वजह इनकी अनुपलब्धता है। यात्री भी चाहते हैं की खानपान सुविधा में स्थानीय व्यंजनों का विकल्प रहे। जाहिर है की इससे नयापान मिलेगा, साथ ही स्थानीय व्यंजनों को अलग पहचान मिलेगी। रेलवे बोर्ड यहीं चाह रहा है। इसलिए आइआरसीटीसी को पेंट्रीकार के मेनू में स्थानीय व्यंजनों को शामिल करने के निर्देश दिए हैं। इस निर्देश के तहत बिलासपुर स्थित आइआरसीटीसी क्षेत्रीय कार्यालय के द्वारा सुविधा शुरू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
इस क्षेत्रीय कार्यालय के तहत छत्तीसगढ़ के अलावा तीन और राज्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश व ओडिशा आते हैं। इसलिए आइआरसीटीसी इन राज्यों के स्थानीय व्यंजनों को की सूची तैयार कर रहा है। इसकी शुरुआत छत्तीसगढ़ से की जा रही है। अभी जो सूची बनी है, उसमें चीला, फरा, मंगोड़ा व चौसेला जैसे व्यंजनों को शामिल किया गया। इसके अलावा और भी व्यंजन है, जिसे स्थानीय लोगों से चर्चा कर शामिल किया जा रहा है।
जोन मुख्यालय को सूची भेजकर लिया जाएगा एप्रुवल
आइआरसीटीसी के एरिया मैनेजर जेराल्ड सोरेन का कहना है की मुख्यालय से स्थानीय व्यंजनों को लेकर दिशा-निर्देश जारी हुआ है। इसमें सूची तैयार कर संबंधित जोन मुख्यालय को भेजकर कर उनकी सहमति लेने के लिए कहा गया। उन्होंने बताया की सूची तैयार होने के बाद जोन भेजा जाएगा।
भारी भरकम नहीं होगा रेट
आइआरसीटीसी ने स्थानीय व्यंजनों की कीमत को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी है। इनकी कीमत पहले से बिक रहे व्यंजनों के अंतर्गत ही रहेगा। यात्रियों को स्थानीय व्यंजनों के नाम पर भारी भरकम कीमत नहीं देनी पड़ेगी। कीमत तय करने की जिम्मेदारी आइआरसीटीसी को ही दी गई है। जल्द कीमत के साथ छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का मेनू जारी कर दिया जाएगा।