Bilaspur News: कबाड़ से कमाल, क्राफ्ट बनाकर बच्चे मचा रहे धमाल
सबसे खास बात यह कि बच्चों को कोई भी नई चीजों से नहीं बल्कि घर में पड़े पुराने कागज, रंग, रस्सी इत्यादि चीजों से सुंदर-सुंदर चीजें बनाने की कला सिखाया जा रहा है। बच्चे भी उत्साहित होकर इसे सीख रहे हैं।
By Nai Dunia News Network
Edited By: Nai Dunia News Network
Publish Date: Sun, 05 May 2024 09:05:26 AM (IST)
Updated Date: Sun, 05 May 2024 09:05:26 AM (IST)
महिलाओं के गुलदस्ता ग्रुप द्वारा आयोजित आठ दिवसीय ग्रीष्मकालीन निश्शुल्क प्रशिक्षण नईदुनिया प्रतिनिधि,बिलासपुर। गर्मी की छुट्टी का सदउपयोग कैसे किया जाए यह जूना बिलासपुर के बच्चों से सीखना चाहिए। महिलाओं के गुलदस्ता ग्रुप द्वारा आयोजित आठ दिवसीय ग्रीष्मकालीन निश्शुल्क प्रशिक्षण में बच्चे कबाड़ से कमाल कर रहे हैं। हर दिन क्राफ्ट से खास चीजें बनाकर सभी को आकर्षित कर रहे हैं। होम डेकोरेशन से लेकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं। गुलदस्ता ग्रुप के संस्थापक व अध्यक्ष रीता राजगीर ने बताया कि ग्रुप से जुड़ी सभी महिला सदस्यों ने निर्णय लिया कि गर्मी की छुट्टी को बच्चों के साथ कैसे खास बनाया जाए।
बच्चों में जिज्ञासा और उनके मन को कैसे पढ़ा जाए। इसी बात को ध्यान में रखते हुए आर्ट एंड क्राफ्ट को लेकर आठ दिवसीय ग्रीष्मकालीन निश्शुल्क प्रशिक्षण की शुरुआत की गई। जूना बिलासपुर के सूर्यवंशी सामुदायिक भवन में प्रतिदिन सुबह 8.30 बजे से 10 बजे तक आयोजित इस प्रशिक्षण में 40 बच्चों ने प्रवेश लिया है। इन्हें प्रख्यात क्राफ्ट कलाकार रमाकांत सोनी के मार्गदर्शन में क्राफ्ट कला सिखाया जा रहा है। सबसे खास बात यह कि बच्चों को कोई भी नई चीजों से नहीं बल्कि घर में पड़े पुराने कागज, रंग, रस्सी इत्यादि चीजों से सुंदर-सुंदर चीजें बनाने की कला सिखाया जा रहा है। बच्चे भी उत्साहित होकर इसे सीख रहे हैं। क्राफ्ट को लेकर उनके मन में धमाल मच गई है।
इनका रहा विशेष योगदान
प्रशिक्षण शिविर आठ मई तक आयोजित है। इसमें सुरभि राजगीर, सचिव डा. दिव्या सिंह, कोषाध्यक्ष रश्मि सराफ, संरक्षक आरती साहू, नीना शर्मा एवं सुनीता विश्वकर्मा का विशेष योगदान है। बताया गया कि कलाकार रमाकांत सोनी ने हाल में शहर पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगमन पर मंच पर अयोध्या का राममंदिर बनाया था। इसे लोगों ने खूब पसंद भी किया।
मोबाइल से दूर रखना उद्देश्य
आज के समय में बच्चे पूरे समय मोबाइल से चिपके रहते हैं। इससे वे वास्तविक दुनिया से कट जाते हैं। शारीरिक और मानसिक रूप से भी प्रभावित होते हैं। क्राफ्ट के इस कार्यक्रम का महत्वपूर्ण कारण इसी लत को कम करना है, ताकि बच्चे मोबाइल से दूर रहकर कुछ अलग और नवाचार का काम करें। बाक्स प्रमाण पत्र व प्रदर्शनी संस्था के पदाधिकारियों ने बताया कि बच्चों द्वारा बनाए गए क्राफ्ट की प्रदर्शनी भी लगेगी। प्रशिक्षण में भाग लेने वाले सभी बच्चों को संस्था द्वारा विशेष प्रमाण पत्र से सम्मानित भी किया जाएगा। गर्मी के बीच महिलाओं के ग्रुप द्वारा इस तरह का अनूठा प्रयोग शहर के सभी लोगों को खूब भा रहा है।