बिलासपुर में आओ चलें नईदुनिया परिवार के साथ पौधे लगाएं, प्राकृतिक संपदा को बढ़ाएं
22 से 29 जुलाई तक चलेगा पौधारोपण का वृहद अभियान
By Yogeshwar Sharma
Edited By: Yogeshwar Sharma
Publish Date: Thu, 21 Jul 2022 10:17:45 AM (IST)
Updated Date: Thu, 21 Jul 2022 10:17:45 AM (IST)

बिलासपुर। प्रकृति से हमने कितना कुछ लिया है। अब समय आ गया है कि हम उसे वापस लौटाएं। नईदुनिया परिवार ने इसी ध्येय को ध्यान में रखते हुए प्राकृतिक संपदा को बढ़ाने का संकल्प लिया है। 22 से 29 जुलाई तक पौधारोपण का महाअभियान प्रारंभ करने का निर्णय लिया है। इसमें शहर के सभी प्रकृति प्रेमियों समेत सभी आयु वर्ग के लोग उत्साहपूर्वक पौधारोपण कर उनकी रक्षा का संकल्प लेंगे। नईदुनिया परिवार द्वारा प्रतिवर्ष सावन माह में अलग-अलग सूत्र वाक्य के साथ पौधारोपण अभियान चलाया जाता है। इस वर्ष पौधे लगाएं, वृक्ष अपनाएं सूत्र वाक्य के साथ विभिन्न् क्षेत्रों में खाली पड़ी जमीन पर पौधा लगाया जाएगा।
प्रत्येक नागरिक को यह अहसास कराया जाएगा कि पर्यावरण संरक्षण अनिवार्य है। अधिक से अधिक पौधा लगाने के साथ उनकी रक्षा करनी होगी। इससे बेरंग हो रही हरियाली को फिर से पुन: जीवित किया जा सकेगा। नए पौधे लगाकर सुखद भविष्य का निर्माण किया जा सकेगा। वृक्ष जीवन-प्रदान करने वाला आक्सीजन प्रदान करते हैं, जिसके बिना मानव जाति का अस्तित्व असंभव है।
शहर से गांव तक पौधारोपण
नईदुनिया के इस अभियान में शहर से लेकर गांव व आसपास क्षेत्रों में विशेष अभियान के तहत पौधे लगाए जाएंगे। इसमें जनप्रतिनिधियों के साथ शहर के बुद्धिजीवी, अधिकारी-कर्मचारी, कलाकार समेत पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम कर रहे सभी लोगों से इसमें शामिल होने अपील की जाएगी। इससे वृहद स्तर पर इस आयोजन को सफल बनाया जा सकेगा।
अभियान के प्रमुख सहयोगी
पौधारोपण में अभियान में प्रमुख सहयोगी के रूप में शौर्य कंस्ट्रक्शन, डीएलएस पीजी महाविद्यालय, तक्षशिला इंस्टीट्यूट, आधारशिला गु्रप, आसमां बिल्डर्स, सीएसआर महाविद्यालय, स्वर्णिमा ऐरा व होटल रेड डायमंड शामिल है। इसके अलावा जनप्रतिनिधि व अन्य गणमान्य नागरिक भी प्रत्यक्ष रूप से सहयोग कर रहे हैं। इसके कारण पौधों की सुरक्षा करना और भी आसान होगा।
पौधारोपण पर बल दे स्कूल व कालेज: गौरव
डा. सीवी रामन विश्वविद्यालय करगीरोड कोटा के कुलसचिव गौरव शुक्ला का कहना है कि विद्यार्थियों को पौधारोपण के महत्व और उनके पर्यावरण विज्ञान वर्ग में पर्यावरण को साफ रखने के बारे में संक्षिप्त ज्ञान दिया जाता है। वे अपनी परीक्षा के लिए सबक सीखते हैं और इसके बारे में बाद में भूल जाते हैं। यह ऐसे नहीं होना चाहिए। बच्चों को संवेदनशील बनाने विशेष कक्षाएं चलाने की जरूरत है। नईदुनिया के अभियान में स्कूल और कालेज के बच्चों को बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए।