नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के रतनपुर बंगलाभाठा गांव में मंगलवार को चर्च उद्घाटन के खिलाफ भारी हंगामा हुआ। हिंदू संगठनों ने रतनपुर जैसी ऐतिहासिक और धार्मिक नगरी में सामुदायिक भवन के नाम पर चर्च की स्थापना किए जाने का विरोध जताया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आयोजकों ने उद्घाटन कार्यक्रम को रद्द कर दिया। साथ ही चर्च स्थल पर हनुमान चालीसा का पाठ करने की जिद पर हिंदू संगठन के कार्यकर्ता अड़े रहे, जिसके चलते प्रशासन को बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती करनी पड़ी।
क्रिश्चियन समुदाय ने बनवाया प्रार्थना सभा घर
रतनपुर के बंगलाभाठा गांव में क्रिश्चियन समुदाय द्वारा आदिवासी समुदाय प्रार्थना घर के नाम पर एक चर्च का निर्माण कराया गया है। इसके उद्घाटन के लिए मंगलवार सुबह 11:30 बजे कार्यक्रम रखा गया था, जिसमें बिशप डायोसिस आफ छत्तीसगढ़ की सुषमा कुमार, कुछ जनप्रतिनिधि और छग डायोसिस के पदाधिकारियों के शामिल होने की संभावना थी। हिंदू संगठन का आरोप है कि, शासकीय जमीन को सामुदायिक भवन के लिए आबंटित कराया गया और उसमें प्रार्थना सभा घर बना दिया गया है।
हिंदू संगठनों ने जताया कड़ा विरोध
रतनपुर की धार्मिक पहचान को लेकर स्थानीय हिंदू संगठनों में चर्च की स्थापना को लेकर असंतोष फैला। जैसे ही हिंदू संगठनों को चर्च उद्घाटन की जानकारी मिली, उन्होंने भाजपा नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव के नेतृत्व में विरोध-प्रदर्शन का ऐलान कर दिया। बड़ी संख्या में संगठनों के नेता और कार्यकर्ता इकट्ठे हुए, जिसके बाद आयोजकों को कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा।
धर्मांतरण और बाहरी घुसपैठ का मुद्दा
रतनपुर में लंबे समय से मतांतरण का मुद्दा उभर रहा है। हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया कि क्षेत्र के भोले-भाले आदिवासियों को मतांतरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है, जो छत्तीसगढ़ की आस्था के केंद्र माने जाने वाले रतनपुर के धार्मिक माहौल के खिलाफ है। इसके अलावा, स्थानीय संगठनों का आरोप है कि दूसरे राज्यों के लोग आकर रतनपुर में राशन कार्ड और आधार कार्ड बनवा रहे हैं तथा सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा कर रहे हैं। हिंदू संगठन ने इस मुद्दे पर भी आंदोलन की चेतावनी दी है।
पुलिस और प्रशासन की चौकसी
रतनपुर की तनावपूर्ण स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है। पुलिस अधिकारियों ने आयोजकों और हिंदू संगठनों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन कार्यकर्ता हनुमान चालीसा का पाठ करने पर अड़े रहे। पुलिस बल ने स्थिति को काबू में रखने का हरसंभव प्रयास किया और लोगों को समझाइश देकर स्थिति शांत करने की कोशिश जारी रखी।
क्या है पूरा मामला
हिंदू संगठनों ने आरोप लगाते हुए बताया कि, रतनपुर के बंगलाभाठा गांव में बड़े पैमाने पर मतांतरण का काम हो रहा है। यहां के करीब 80 फीसदी आदिवासी परिवार ने मतांतरण कर लिया है, बचे हुए गिनती के हिंदू परिवार पर कई तरह का दबाव बनाया जा रहा। संगठन का यह भी आरोप है कि, शासकीय जमीन को सामुदायिक भवन बनाने के लिए आबंटित किया गया था, लेकिन वहां पर चर्च बना दिया गया। जिसका विरोध हिंदू संगठन के द्वारा किया जा रहा। इस मामले को लेकर एसडीएम, कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री के पास शिकायत की गई है। इस पूरे मामले की जिला प्रशासन जांच करा रहा है।
जूदेव का मतांतरण के खिलाफ रतनपुर में हुंकार, कहा- "धार्मिक नगरी को नहीं बनने देंगे मतांतरण का केंद्र"
भाजपा नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने रतनपुर में मतांतरण के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए संकल्प लिया कि धार्मिक नगरी रतनपुर को मतांतरण का केंद्र नहीं बनने देंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि बंगालभाठा गांव में सरकारी जमीन का दुरुपयोग कर सामुदायिक भवन के नाम पर चर्च का निर्माण किया गया। जूदेव और उनके समर्थक बड़ी संख्या में वहां पहुंचे, जहां उन्होंने एसडीएम से दो दिनों में जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। इस विरोध में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और अन्य संगठनों के सदस्य भी शामिल हुए।
वर्जन
बंगलाभाठा में आदिवासी सामुदायिक प्रार्थना घर का उद्घाटन कार्यक्रम था, जिसका हिंदू संगठनों ने विरोध किया और मतांतरण के आरोप लगाएं हैं। इस पूरे मामले की जांच कराई जा रही है।
नुपूर उपाध्याय
एसडीओपी, कोटा