बिलासपुर। Bilaspur Electricity News: सहमति के बाद भी विद्युतकर्मियों की नियमितीकरण व कैशलेस मेडिकल सुविधा समेत अन्य मांगें पूरी नहीं की गई हैं। इससे नाराज छत्तीसगढ़ बिजली कर्मचारी संघ (महासंघ) ने मंगलवार की शाम 4.30 बजे कार्यपालक निदेशक (ईडी) से मुलाकात की और कंपनी के अध्यक्ष के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई।
भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध छत्तीसगढ़ बिजली कर्मचारी संघ (महासंघ) द्वारा पॉवर कंपनीज के कर्मचारियों की विभिन्न् मांगें व समस्याओं के निराकरण के लिए सालभर पहलेे विद्युत कंपनी के तत्कालीन अध्यक्ष के साथ महासंघ की द्विपक्षीय वार्ता हुई थी। इसमें संविदा कर्मचारियों को नियमित करने के विषय पर एक माह के अंदर परीक्षण कराए जाने व कैशलेस मेडिकल सुविधा देने सहित अन्य बिंदुओं पर भी जल्द निर्णय लेने संगठन को आश्वस्त किया गया था।
लेकिन, प्रबंधन द्वारा न तो कर्मचारियों की समस्याओं व मांगों के निराकरण पर रुचि दिखाई गई और न ही महासंघ को द्विपक्षीय वार्ता पर बुलाया गया। इसी के तहत महासंघ द्वारा चरणबद्ध आंदोलन के तृतीय चरण में मंगलवार को महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष शिशिर कुमार मजूमदार की अगुवाई में कोविड नियमों का पालन करते हुए संघ के प्रतिनिधि मंडल ने कार्यपालक निदेशक भीम सिंह कंवर से मुलाकात की।
उन्हें कंपनी के अध्यक्ष के नाम ज्ञापन सौंपा गया। सभी क्षेत्रीय मुख्यालयों में यही प्रक्रिया अपनाई जाएगी। ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष के अलावा प्रदेश युवा प्रभारी व जिला संयोजक (भारतीय मजदूर संघ) संजय कुमार तिवारी, प्रदेश मंत्री मनीष कुमार क्षत्री, क्षेत्रीय सचिव संतोष कुमार शर्मा, क्षेत्रीय कोषाध्यक्ष रामेश्वर दास मानिकपुरी, क्षेत्रीय संगठन सचिव काशी राव व जी महेश और संविदा कर्मी सनद दिवाकर शामिल हुए।
25 को रैली और 15 जुलाई को अनिश्चितकालीन हड़ताल
छत्तीसगढ़ बिजली कर्मचारी संघ के प्रदेश मंत्री मनीष कुमार क्षत्री का कहना है कि कर्मचारी हित में समुचित निर्णय नहीं लिया गया तो वे चौथे चरण में 25 जून को रायपुर में विशाल रैली व डंगनिया मुख्यालय के समक्ष आमसभा आयोजित कर प्रदर्शन करेंगे। पांचवें चरण में 15 जुलाई को अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का निर्णय लिया गया है। प्रबंधन पूर्ण रूप से जिम्मेदार होगा।
ये हैं प्रमुख मांगें