बिलासपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
नगरीय निकाय चुनाव में पंजा और कमल के बाद सबसे लोकप्रिय चुनाव चिन्ह दो पत्ती है। निर्दलीय प्रत्याशियों में से ज्यादातर ने इसे ही अपना चुनाव चिन्ह बनाया है। जबकि अन्य राष्ट्रीय पार्टी इस बार सभी वार्ड में अपने प्रत्याशी भी नहीं उतार पाई है।
नगरीय निकाय चुनाव में प्रत्याशियों की स्थिति स्पष्ट हो गई है। कई वार्डों में सीधी टक्कर है तो बाकी में तीन से 12 तक उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इस बार चुनाव चिन्ह पर नजर डालें तो सभी वार्ड में राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवार खड़े हैं। इन पार्टियों के चुनाव चिन्ह पंजा और कमल सभी वार्डों में देखे जा सकते हैं। इसके बाद तीसरे नंबर पर चुनाव चिन्ह दो पत्ती है। इस चुनाव चिन्ह से 32 उम्मीदवार मैदान में हैं। इसके बाद जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ और बसपा के प्रत्याशियों की बारी आती है। कांग्रेस-भाजपा के अलावा कोई भी राष्ट्रीय पार्टी शहर के सभी वार्डों में अपने प्रत्याशी तक खड़ा नहीं कर पाई। उनकी तुलना में दो पत्ती चुनाव चिन्ह वाले उम्मीदवार मैदान में अधिक हैं। कई वार्डों में इनकी स्थिति बेहतर भी बताई जा रही है। दो पत्ती चुनाव चिन्ह का निर्दलीय प्रत्याशियों के बीच लोकप्रिय होने का एक बड़ा कारण यह है कि इसे मतदाताओं के बीच प्रचारित करना आसान है। लोग आसानी से इसे पहचान सकते हैं। इसके अलावा पिछले चुनावों में भी इस चुनाव चिन्ह वाले प्रत्याशियों ने शहर में अच्छा खासा जोर लगाया था। इसके कारण लोगों के बीच यह चर्चित हो गया है। प्रत्याशियों में अल्फाबेट के अनुसार राष्ट्रीय पार्टियों के आरक्षित चुनाव चिन्ह के बाद निर्दलीय प्रत्याशियों ने इसे ही सर्वाधिक चुना है। अब देखना है कि निगम चुनाव में वे कितना कमाल कर पाते हैं।