
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में करंट प्रवाहित तार की चपेट में आने से हाथियों की मौत हो रही है। एक नवंबर को तखतपुर वन परिक्षेत्र में हाथी के एक बच्चे की मौत हो गई। करंट प्रवाहित तार ग्रामीणों ने बिछाया था। जिसमें वन विभाग ने दो आरोपित के खिलाफ अपराध दर्ज किया। वहीं तीन अन्य आरोपित की तलाश की जा रही है।
चार हाथी क्षेत्र में कर रहें विचरण
चार हाथी अब भी उस क्षेत्र में मौजूद है। यह दल कभी अचानकमार टाइगर रिजर्व में तो कभी मुंगेली वन मंडल के अंतर्गत आने वाले गांव विचरण कर रहे हैं। हाथी फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। वहीं घर पर लगेज अनाज भी चट कर जा रहे हैं। पहले वन विभाग इसे लेकर चिंतित रहता था।
लेकिन, अब विभाग की चिंता हाथियों की सुरक्षा को लेकर है। दरअसल बिजली तार नजदीक है और कभी वह करंट प्रवाहित इन तारों की चपेट में आ सकते हैं। इसे देखते हुए ही मुंगेली वनमंडल के डीएफओ संजय यादव ने शुक्रवार को लोरमी के तुलसाघाट नर्सरी एक बैठक आयोजित की। जिसमें सीएसापीडीसीएल के कार्यपालन यंत्री, खुड़िया के सहायक अभियंता, अचानकमार के सहायक संचालक, लोरमी उपवनमंडलाधिकारी उपस्थित रहे।
जिसमें गांव से गुजरे बिजली तार की ऊंचाई बढ़ाने पर चर्चा की गई। उन्होंने बिजली कंपनी के अधिकारियों को इस दिशा में शीघ्र कार्य करने के लिए कहा। जिस पर कंपनी के अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि ऊंचाई बढ़ाने का काम 10 से 15 दिन के अंदर पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ गांव- गांव में दबिश देकर हुकिंग करने वालो पर भी कार्रवाई की जा रही है। इधर वन विभाग भी गांव- गांव में मुनादी कर ग्रामीणों को सतर्क कर रहा है।
हुकिंग करने वाले 32 पर कार्रवाई
बैठक के साथ- साथ खुड़िया, लोरमी एवं समस्त क्षेत्रीय वन और सीएसपीडीसीएल के कर्मचारियों की उपस्थिति में सघन विद्युत जांच की गई। इस दौरान 32 लोगों के विरुद्ध अवैध बिजली कनेक्शन का प्रकरण तैयार किया गया है।
तीन दिन पहले पहुंचा हाथियों का दल
हाथियों का दल वर्तमान में अचानकमार टाइगर रिजर्व या मुंगेली वनमंडल के क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं। डीएफओ संजय यादव ने बताया कि तीन दिन पहले हाथी खुड़िया पहुंचे थे। यहां फसल को नुकसान पहुंचाया और घर से अनाज निकालकर चट कर दिए। इससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए थे। हालांकि वन विभाग उन्हें समझाने का प्रयास कर रहा है कि नुकसानी की भरपाई मुआवजा देकर विभाग करेगा। इसलिए हाथी के नजदीक बिल्कुल भी न जाए। ग्रामीणों से उनके क्षेत्र में हाथियों के झुंड को देखे जाने पर इसकी सूचना तत्काल वन विभाग को देने को कहा।