बिलासपुर। Festival Of Baisakhi: गुरु तेग बहादुर के चार सौ वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में प्रस्तावित संदेश यात्रा के स्थगित होने से उनके यहां पहुंचने पर निकलने वाला नगर कीर्तन भी नहीं होगा। वहीं बैसाखी पर्व पर 13 अप्रैल को ही पर्व की परंपरा ही निभाई जाएगी और लोग अपने- अपने घरों में आयोजन करेंगे।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा दयालबंद समेत शहर के विभिन्न् गुरुद्वारों में होने वाले कार्यक्रमों के स्वरूप में भी बदलाव किया जा रहा है। इसमें स्वयं के कार्यक्रमों के साथ ही सहभागिता वाले कार्यक्रमों पर भी असर हुआ है। रायपुर में राज्य स्तर पर सिख धर्म के नौवें गुरु तेग बहादुर का 400 वां मनाया जाना है। पहले यह वृहद रूप से होने वाला था और इससे पहले 10 अप्रैल को संदेश यात्रा निकलती जिसके माध्यम से पूरे प्रदेश में जाकर प्रकाश पर्व का संदेश व न्योता दिया जाता।
यह यात्रा 13 अप्रैल को शहर पहुंचती। यहां पर स्वागत के साथ ही नगर कीर्तन का आयोजन होना था। अब यह आयोजन स्थगित हो गया है। वहीं इस दिन बैसाखी का पर्व भी मनाया जाएगा। इसकी भी तैयारी चल रही थी। समिति के सचिव परमजीत सिंह सलूजा ने बताया कि पर्व की परंपरा ही निभाई जाएगी। वहीं घरों में आयोजन होंगे। अभी हालात सामान्य होने तक सीमित रूप से ही आयोजन करना उचित होगा। वहीं घरों में उनके यहां ज्यादा धूम रहेगी जहां इस साल शादी हुई हो या बच्चा पैदा हुआ होगा। इन नए मेहमानों का विशेष स्वागत होगा और सभी मिल- जुलकर पर्व की खुशी मनाई जाएगी।
Posted By: sandeep.yadav
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