उसलापुर में खुलेगा फूड प्लाजा, नए व्यंजनों के मिलेंगे विकल्प,ब्रजराजनगर, अंबिकापुर व उमरिया में सुविधा देने की तैयारी
रेलवे ने कमर्शियल विभाग की टीम के साथ सर्वे कर जगह चिंहित करने के लिए कहा। जगह चिंहित होने के बाद अब आइआरसीटीसी ने इसे अतिशीघ्र खोलने की कवायद शुरू कर दी है। इन यूनिट्स के माध्यम से यात्रियों को स्टेशन पर ही खानपान का विकल्प मिलेगा। इसका उद्देश्य यात्रियों को यात्रा के दौरान स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक भोजन प्रदान करना है, जिससे उनकी यात्रा आरामदायक और आनंददायक हो सके।
Publish Date: Thu, 07 Nov 2024 10:15:37 AM (IST)
Updated Date: Thu, 07 Nov 2024 10:15:37 AM (IST)
HighLights
- अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत इसका कायाकल्प होना है।
- सुविधाओं का विस्तार और ट्रेनों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है।
- अतिशीघ्र आइआरसीटीसी आनलाइन निविदा मोनो जारी करेगा।
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। उसलापुर, ब्रजराजनगर, अंबिकापुर व उमरिया रेलवे स्टेशन के यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। यहां उन्हें नए व्यंजनों का विकल्प मिलेगा। आइआरसीटीसी के फूड प्लाजा व फास्ट फूड यूनिट खोलने के प्रस्ताव पर रेलवे ने सहमति दे दी है। अनुमति के साथ उन जगह भी चिंहित कर ली गई है। अब अतिशीघ्र आइआरसीटीसी आनलाइन निविदा जारी करेगा। चारों रेलवे स्टेशन बिलासपुर रेल मंडल के अंतर्गत हैं। पहले यह छोटे स्टेशन हुआ करते थे। अब इन्हें विकसित करने के साथ सुविधाओं का विस्तार और ट्रेनों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत इसका कायाकल्प होना है। ऐसे में यात्रियों को बेहतर खानपान की आवश्यकता रहेगी। अभी छोटा स्टेशन होने के कारण केवल स्टाल की सुविधा है। इसकी वजह से भोजन तो मिल ही नहीं पाता। नाश्ते में भी एक-दो चीजें ही मिल पाती हैं। यात्रियों के बीच बड़े स्टेशनों की तरह बड़ी फूड यूनिट की मांग आ रही है। जिसे देखते हुए ही आइआरसीटीसी ने फूड प्लाज व फास्ट फूड यूनिट की सुविधा देने की योजना बनाई। उन्होंने इसका प्रस्ताव रेलवे को भेजा।
जानिए किस प्लेटफार्म पर मिलेगी सुविधा
- उसलापुर स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक में फूड प्लाज़ा व दो- तीन में फास्ट फूड यूनिट0 ब्रजराजनगर स्टेशन के प्लेटफार्म दो- तीन में फास्ट फूड यूनिट
- अंबिकापुर स्टेशन के प्लेटफार्म एक में फास्ट फूड यूनिट
- उमरिया स्टेशन के प्लेटफार्म एक पर फास्ट फूड यूनिट
उसलापुर शहर का दूसरा प्रमुख रेलवे स्टेशन
18 से अधिक ट्रेनों का स्टापेज उसलापुर शहर का दूसरा प्रमुख रेलवे स्टेशन है। वर्तमान में यहां लगभग 18 ट्रेनें ठहरती हैं। कटनी रेल खंड पर चलने वाली अधिकांश ट्रेनों का स्टापेज बिलासपुर में बंद कर दिया गया है। दुर्ग-रायपुर की ओर से आने वाली ट्रेनें बाइपास लाइन से सीधे उसलापुर स्टेशन में आकर ठहरती हैं। इसके चलते यात्रियों की संख्या भी बढ़ी है। लेकिन, खानपान को लेकर उन्हें परेशानी होती थी।
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छठ महापर्व के लिए ट्रेन से बिलासपुर पहुंचा बंगाल का गेंदा हावड़ा-मुंबई मेल से मंगलवार को उतारे गए फूल महक उठा रेलवे का जोनल स्टेशन
ट्रेन से उतारा गया गेंदे का फूल नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। छठ महापर्व की तैयारियों के बीच बिलासपुर में पूजा और सजावट के लिए बड़े पैमाने पर गेंदे के फूलों की खेप बंगाल से पहुंच चुकी है। बुधवार को हावड़ा-मुंबई मेल से फूल उतारे गए। जिन्हें स्थानीय बाजारों में पूजा और साज-सज्जा के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है। बंगाल से आने वाले ताजे और खुशबूदार गेंदे के फूल छठ घाटों की सजावट से लेकर पूजा सामग्री तक में प्रमुखता से उपयोग में लाए जाते हैं। पूजा के दौरान सूर्य देव को अर्पित किए जाने वाले ये फूल न केवल श्रद्धालुओं की आस्था को व्यक्त करते हैं। बल्कि, घाटों की सजावट में भी रंग भरते हैं।
पर्व के दौरान विशेष सजावट के लिए गेंदे के फूलों की डिमांड हर साल बढ़ती है। इस बार भी कई श्रद्धालुओं ने फूलों की पहले से बुकिंग कर रखी है। सूर्यदेव को अर्घ्य देने के लिए फूलों का विशेष महत्व है। गेंदे के फूलों का उपयोग अर्घ्य की थाल सजाने, घाटों पर सजावट और पूजा मंडप को सुशोभित करने में किया जाता है। स्थानीय बाजारों में गेंदे के फूलों की मांग इस समय चरम पर है। फूल विक्रेता भी इस विशेष मांग को पूरा करने के लिए अन्य शहरों से बड़ी मात्रा में फूल मंगवा रहे हैं।
पूजा की तैयारियों में बढ़ी रौनक
छठ महापर्व की तैयारियों के साथ ही बिलासपुर के तोरवा छठ घाट सहित अन्य घाट, घरों और पूजा स्थलों पर गेंदे के फूलों की खुशबू से माहौल और भी पवित्र हो गया है। श्रद्धालु नदियों और तालाबों के किनारे सजावट में गेंदे के फूलों का उपयोग कर पर्व की पारंपरिक छवि को जीवंत बना रहे हैं। इस महापर्व में सूर्य की आराधना के साथ-साथ गेंदे के फूलों से सजी थालियां और मंडप श्रद्धालुओं की आस्था को और गहरा कर देते हैं।
60 से 400 रुपये किलो भाव
रेलवे बुधवारी बाजार के फूल विक्रेता समीर का कहना है कि छठ पर्व पर फूलों की मांग हमेशा बढ़ जाती है। हर साल लगभग यही स्थिति रहती है। इस बार गेंदे की एक माला 30 रुपये प्रति नग बिक रही है। खुले गेंदे के फूल की कीमत 60 रुपये प्रति किलो है। वहीं गुलाब प्रति नग 20 रुपये और पंखुड़ी प्रति किलो 350 से 400 रुपये तक बिक रहा है। बाजार में इन दिनों फूलों की मांग बढ़ गई है। मोगरा से लेकर गेंदा, गुलाब, रजनीगंधा की मांग सबसे ज्यादा है।