Bilaspur News: बिलासपुर। अन्नदाता किसानों के साथ ही ग्रामीणों व शहरवासियों के लिए यह अच्छी खबर हो सकती है। बिलासपुर संभाग में वर्षा की स्थिति अच्छी रहने के कारण जलाशयों में पर्याप्त मात्रा में जल भराव है। वृहद एवं मध्यम जलाशयों में 83 प्रतिशत एवं लघु जलाशयों में 65 प्रतिशत जलभराव है। गुरुवार को संभागायुक्त केडी कुंजाम की अध्यक्षता में हुई जल उपयोगिता समिति की बैठक में जल संसाधन विभाग के अफसरों ने जलाशयों में जल भराव की स्थिति को लेकर रिपोर्ट पेश की। इसे देखते हुए किसानों को सिंचाई के लिए पानी देने का निर्णय लिया गया है। वर्तमान में किसानों को पानी की जरुरत नहीं है। आवश्यकता पड़ने की स्थिति में जलाशयों से नहरों में पानी छोड़ा जाएगा।
कमिश्नर केडी कुंजाम की अध्यक्षता में संभागीय जल उपयोगिता समिति की बैठक में सिंचाई जलाशयों में जल की उपलब्धता के साथ ही चालू खरीफ में खाद, बीज एवं फसलों की ताजा स्थिति की समीक्षा की गई। जलाशयों में सिंचाई के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध है। नहरों से खेती किसानी के काम में तेजी लाने के लिए पूर्व में ही पानी छोड़े गए हैं। समिति ने जरूरत के अनुसार नहरों में सिंचाई का प्रवाह और बढ़ाने का निर्णय लिया है। जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता एके सोमावार ने बैठक में संभाग की प्रमुख जलाशयों में जलभराव एवं प्रस्तावित सिंचाई क्षमता की जानकारी दी। सिंचाई जलाशयों से संभाग में खरीफ मौसम में पांच लाख नौ हजार हेक्टेयर रकबे में सिंचाई का लख्य रखा गया है। बैठक में विधायक डा बांधी ने खारंग जलाशय से प्रवाहित जल की मात्रा और बढ़ाने की मांग की जिस पर समिति ने सहमति व्यक्त करते हुए बढ़ाने का निर्णय लिया। डा बांधी ने उतेरा फसल के रूप में तिवरा की खेती को प्रोत्साहन देने का सुझाव दिया ताकि गाय-बैलों के लिए कुना के रूप में चारा उपलब्ध हो सके। सक्ती जिले में यूरिया की कमी की जानकारी मिलने पर कमिश्नर कुंजाम ने एक-दो दिन में इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर संजीव कुमार झा, सीई एके सोमावार एवं डीके. बुम्मेकर, संयुक्त संचालक कृषि चौहान सहित सिंचाई एवं कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मस्तूरी विधायक डा कृष्णमूर्ति बांधी सहित संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर एवं अधिकारी वीसी के जरिए बैठक में शामिल हुए।
खारंग जलाशय में 96.20 तो मनियारी में 100 प्रतिशत जल भराव
सबसे बड़ी मिनीमाता हसदेव बांगो परियोजना में 83.26 प्रतिशत, खारंग जलाशय में 96.20 प्रतिशत एवं मनियारी जलाशय में 100 प्रतिशत जल भरा हुआ है। इसी प्रकार निर्माणाधीन अरपा भैंसाझार परियोजना में 29.50 प्रतिशत एवं केलो परियोजना में 33.66 प्रतिशत पानी का भराव है। मध्यम परियोजनाओं के अंतर्गत घोंघा जलाशय में 72.36 प्रतिशत, केदार जलाशय में 83 प्रतिशत, पुटका जलाशय में 61 प्रतिशत, किंकारी जलाशय में 52 प्रतिशत एवं खम्हार पाकुट जलाशय में 70 प्रतिशत तक जलभराव है।इसी तरह संभाग के अंतर्गत शामिल 512 लघु सिंचाई जलाशयों में भी जल की 60 से 65 प्रतिशत तक उपलब्धता है।