CG News: स्कूल से 65 लाख के खिड़की, दरवाजे, चैनल गेट और टाइल्स की चोरी, सरपंच पति पर आरोप
बिलासपुर के बेलतारा में सराकारी हाई स्कूल से 65 लाख का सामना चोरी हो गया है, जिसमें स्कूल बिल्डिंग के खिड़की, दरवाजे, ग्रील और टाइल्स शामिल है। आरोप है कि गांव के सरपंच पति ने ये सब स्कूल से निकाल कर अपने घर में लगा लिया। इसकी जानकारी स्कूल की प्राचार्या को थी, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
Publish Date: Sun, 10 Aug 2025 01:07:34 PM (IST)
Updated Date: Sun, 10 Aug 2025 01:12:05 PM (IST)
सरपंच पति ने खिड़की दरवाजे अपने घर में लगाएHighLights
- सरकारी स्कूल से 65 लाख के सामना की चोरी
- सरपंच पति ने खिड़की दरवाजे अपने घर में लगाए
- स्कूल की प्राचार्या ने नहीं की शिकायत, निलंबित
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर: जिले में चोरी का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर लोग हैरत में पड़ रहे हैं। जिले के बेलतरा शासकीय हाई स्कूल से 65 लाख रुपये की सरकारी संपत्ति गायब होने का मामला सामने आया है। इस चोरी में खिड़कियां, दरवाजे, चैनल गेट और टाइल्स जैसी महत्वपूर्ण सामग्री शामिल हैं। स्कूल के भवन से खिड़की और दरवाजें उखाड़कर ले गए।
शिक्षा विभाग की जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि प्रभारी प्राचार्य कावेरी यादव ने न तो इस घटना की जानकारी विभाग को दी और न ही संबंधित थाने में इसकी शिकायत की। इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए शिक्षा विभाग ने उन्हें निलंबित कर दिया है।
बिल्हा विकासखंड के बेलतरा शासकीय हाई स्कूल में हुई इस चोरी के मामले में आरोप लगाया गया है कि ग्राम पंचायत के सरपंच के पति ने स्कूल से 65 लाख रुपये का सामान अपने घर ले जाने का कार्य किया है। इसमें खिड़कियां, दरवाजे, चैनल गेट, टाइल्स और अन्य निर्माण सामग्री शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले में प्राचार्य कावेरी यादव की मौखिक सहमति भी थी। यही वजह रही कि उन्होंने इस घटना की सूचना शिक्षा विभाग को नहीं दी और न ही चोरी या नुकसान की एफआइआर दर्ज करवाई।
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संचालक ने की कार्रवाई
लोक शिक्षण संचालनालय के संचालक ऋतुराज रघुवंशी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए प्राचार्य कावेरी यादव को निलंबित कर दिया है। हालांकि, शिक्षा विभाग अब तक इस मामले में कोई ठोस जवाब नहीं दे पाया है। यह घटना न केवल सरकारी संपत्ति की सुरक्षा पर सवाल उठाती है, बल्कि शिक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता को भी प्रभावित करती है। ऐसे में यह आवश्यक है कि संबंधित अधिकारियों द्वारा इस मामले की गहन जांच करने व दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही जा रही है।