बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। नसबंदी कांड मृतक 13 महिलाओं के बच्चों को शासन ने गोद लिया है। उनकी शिक्षा व चिकित्सा को पूरी तरह से निश्शुल्क किया गया है। इसके बाद भी कुछ बच्चों पर निजी स्कूल प्रबंधन फीस पटाने का दबाव बना रहे हैं। इससे बच्चें प्रताड़ित हो रहे हैं। इसे शासन ने गंभीरता से लिया है और शिक्षा विभाग को समस्या दूर करने के लिए निर्देशित किया है।
पिछले दिनों नसबंदी कांड में मृतक 13 महिलाओं के 39 बच्चों का हालचाल जानने के लिए स्वास्थ्य विभाग में बुलाया गया था। जहां स्वास्थ्य सचिव ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से बच्चों से जानकारी ली। इसमें बच्चों ने यह बताया था कि अपोलो अस्पताल में उनका निश्शुल्क इलाज चल रहा है। जहां किसी भी प्रकार से दिक्कत नहीं हो रही है। लेकिन छह बच्चों ने यह जानकारी दी कि कक्षा आठवीं पास करने के बाद नवमीं में प्रवेश के लिए स्कूल प्रबंधन फीस की मांग कर रहा है। फीस पटाने के बाद ही आगे की पढ़ाई कराने की बात कही जा रही है।
इसकी वजह से पढ़ाई प्रभावित हो रही है। वहीं, इस मामलें में शासन स्तर पर शिक्षा विभाग को नोटिस जारी किया गया है। इसमें निर्देशित किया गया है कि ऐसे स्कूलों से संपर्क किया जाए और फीस संबंधी समस्या को दूर किया जाए। यदि स्कूल प्रबंधन आनाकानी करती हैं तो उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था दुरूस्त की जाए और इसकी जानकारी दी जाए। अब यह निर्देश मिलने के बाद शिक्षा विभाग काम में जुट गया है। विभाग को यह काम पूरा करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। यदि एक सप्ताह में इन बच्चों की स्कूल संबंधित समस्या हल नहीं होती है तो शिक्षा विभाग के साथ ही संबंधित स्कूल के खिलाफ शासन स्तर पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।