बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। मोतियाबिंद आपरेशन करवाने वाले मरीजों को सबसे ज्यादा आंखों का ध्यान रखना चाहिए। छोटी सी छोटी कणों से भी सुरक्षित बचाना होता है। इस दौरान थोड़ा साभी लापरवाही बरतने पर गंभीर नुकसान उठाना पड़ सकता है। डाक्टरों के सलाह का पालन करना जरूरी है।
बिलासपुर सीएमएचओ डा. अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि मोतियाबिंद आपरेशन के बाद होने वाली सूजन की मात्रा के आधार पर, कुछ हफ्तों से लेकर एक महीने तक ड्राप्स की आवश्यकता हो सकती है। सुनिश्चित करें कि आई ड्राप्स का उपयोग ठीक निर्धारित ढंग से करें। मौखिक दर्द निवारकों जैसे एसिटामिनोफेन को ले सकते हैं। हालांकि, आमतौर पर मोतियाबिंद सर्जरी के बाद केवल थोड़ी सी तकलीफ महसूस होती है। बेहतर एहतियात और देखभाल से आप पूरी तरह ठीक हो सकते हैं। मोतियाबिद सर्जरी से सबसे अच्छी तरह से ठीक होने के लिए अपने चिकित्सक के निर्देशों का पालन करें।
ये सावधनी बरतें
- सर्जरी के बाद शीघ्र ठीक होने इन सुझावों का पालन करें।
- मोतियाबिंद सर्जरी के बाद पहले दिन ड्राइव न करें।
- कुछ हफ्तों के लिए कोई भी भारी चीज ना उठाएं या कठिन गतिविधि न करें।
- आपरेशन के तुरंत बाद अपनी आंख पर अतिरिक्त दबाव पड़ने से बचाने के लिए झुकने से बचें।
- यदि संभव हो तो सर्जरी के ठीक बाद न छींकें या उल्टी न करें।
- सर्जरी के बाद आसपास टहलने में सावधानी बरतें।
- संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए पहले सप्ताह तैराकी या गर्म टब का उपयोग न करें।
- सर्जरी के कुछ हफ्तों में आंख को मैल, धूल और हवा जैसी उत्तेजक चीजों के संपर्क में मत आने दें।
- अपनी आंख को रगड़ें नहीं, इसका आपको सामान्य तौर पर भी ध्यान रखना चाहिए।