बिलासपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
बिलासपुर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस की पेंट्रीकार में घुन लगी दाल मिली है। इसके अलावा मैदा, आटा, सूजी खुले में और अन ब्रांडेड था। डीसीएम व आइआरसीटीसी के डीजीएम की औचक जांच में यह खामियां पकड़ी गई। सभी के नमूने लेकर जांच के लिए लैब भेजा गया है। इसके साथ- साथ जुर्माने की कार्रवाई के लिए मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी गई है।
यह ट्रेन सप्ताह में दो दिन है। प्रमुख ट्रेन होने के कारण रेलवे बोर्ड से भी औचक जांच का आदेश है। पेंट्रीकार की कमान आइआरसीटीसी के पास है। डीजीएम राजेंद्र बोरबन ने दोपहर एक बजे के करीब टीम के साथ ट्रेन की पेंट्रीकार में दबिश दी। इस जांच में उन्होंने डीसीएम किशोर निखारे से भी सहयोग मांगा। दोनों अफसरों ने पेंट्रीकार में पड़ताल शुरू की। इसी बीच उन्होंने पाया गया कि पेंट्रीकार के अंदर पॉलिथिन, झोले में दाल, मैदा, आटा , सूजी था। इसे देखकर उनका गुस्सा भड़क गया। इस पर उन्होंने पहले तो पेंट्रीकार मैनेजर को जमकर फटकार लगाई। इसके बाद उनसे वजह पूछी। लेकिन मैनेजर की बोलती बंद रही। नियमानुसार ये सभी उन्हें पैकेट बंद और ब्रांडेंड ही रखना है। हालांकि यह व्यवस्था उस समय के लिए है जब ट्रेन किसी कारणवश लेट हो जाती है। इस परिस्थिति में भोजन पेंट्रीकार में बनाना है। अभी जो व्यवस्था है उसके तहत खाना बिलासपुर, गोंदिया व दिल्ली में चढ़ाया जाता है। वे इसलिए नाराज हुए कि खाना जरूर अलग-अलग स्टेशनों से चढ़ता है लेकिन विपरीत परिस्थिति में वे घटिया क्वालिटी का खाना परोस सकते हैं। इसीलिए सभी जब्त सामान का सैंपल लेकर उसे लैब जांच के भेजा गया। आइआरसीटीसी के सुपरवाइजर को भी फटकार लगाई गई। व्यवस्था पर निगरानी रखने के लिए हर एक ट्रेनों की पेंट्रीकार में आइआरसीटीसी के सुपरवाइजर की ड्यूटी लगाई जाती है। राजधानी में ड्यूटीरत सुपरवाइजर से जवाब मांगा गया है।
तीन जार खाली व गंदा
पेंट्रीकार में ही जांच के दौरान तीन जार नजर आए। 20-20 लीटर के ये जार खाली थे। इसके अलावा बहुत गंदे थे। इसी देखकर भी अधिकारी भड़क गए। तीनों जार में पानी भरा होना चाहिए। इसका उपयोग चाय- कॉफी के लिए होता है। उन्होंने रिपोर्ट में इस कमी को भी अंकित किया है।
अहमदाबाद ट्रेन की पेंट्रीकार में गंदगी, जुर्माना
गुरुवार को हावड़ा- अहमदाबाद की पेंट्रीकार में भी जांच की। यह निरीक्षण सीसीआइ, सीएचआइ समेत रेलवे के अन्य कर्मचारियों ने टीम बनाकर की। पेंट्रीकार में साफ- सफाई का नामोनिशान नहीं था। हर तरफ गंदगी पसरी हुई थी। इसके लिए पेंट्रीकार मैनेजर को जमकर फटकार लगाई। इतना ही नहीं इसमें हाईड्रेन पाइप से पानी भरा जा रहा था। यह भी नियम के विपरीत है। उन्हें जार रखने का प्रावधान है। इस लापरवाही के लिए पेंट्रीकार लाइसेंसी क्लासिक कैटरर्स के खिलाफ दो हजार रुपये जुर्माना किया गया है। इसके साथ इसकी रिपोर्ट आइआरसीटीसी को सौंपी गई है।
सीएमडी की टीम को मिली छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में अव्यवस्था
आइआरसीटीसी के सीएमडी की टीम ने पिछले दिनों छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस की पेंट्रीकार का औचक निरीक्षण किया था। उन्हें पेंट्रीकार में अव्यवस्था के साथ भारी गंदगी मिली। इसकी रिपोर्ट बिलासपुर आइआरसीटीसी कार्यालय को भेजी गई है।