कोचिंग डिपो में 25 से अधिक संक्रमित, तीन मौतें भी, दहशत में कर्मचारी
बिलासपुर। रेलवे के कोचिंग डिपो में दहशत का माहौल है। इसकी वजह लगातार अधिकारी व कर्मचारियों का संक्रमित होना है।
By Nai Dunia News Network
Edited By: Nai Dunia News Network
Publish Date: Mon, 19 Apr 2021 10:45:51 PM (IST)
Updated Date: Mon, 19 Apr 2021 10:48:42 PM (IST)

बिलासपुर। रेलवे के कोचिंग डिपो में दहशत का माहौल है। इसकी वजह लगातार अधिकारी व कर्मचारियों का संक्रमित होना है। अभी की स्थिति में लगभग 25 से अधिक संक्रमित हो चुके हैं। तीन की मौत भी हो चुकी है। स्थिति इतनी चिंताजनक होने के बाद भी रेल प्रशासन ने सैनिटाइज तक नहीं करवाया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए श्रमिक यूनियन ने सीनियर डीएमई समेत अन्य अधिकारियों से चर्चा की।
रेलवे स्टेशन के साथ-साथ कोचिंग डिपो भी संवेदनशील क्षेत्र है। यहां ट्रेनों की सफाई से लेकर मरम्मत का कार्य होता है। ट्रेनें कई राज्यों से गुजरती हैं। वहां के यात्री भी सवार होते हैं। ट्रेन कितनी संक्रमित है या कोई नहीं जानता। अमला इसी स्थिति में सफाई आदि का कार्य करता है।
अलग-अलग विभागों को मिलाकर करीब 400 अधिकारी व कर्मचारी काम करते हैं। यही वजह है कि एक बाद एक संक्रमित हो रहे हैं। 25 संक्रमितों की संपर्क में कितने और आए यह भी कोई नहीं जानता। स्थिति इतनी चिंताजनक होने के बाद भी आज तक किसी भी कार्यालय में सैनिटाइजर का छिड़काव तक नहीं हुआ है। संक्रमण के बाद जब तीन कर्मचारियों की मौत हुई तो उनकी चिंता बढ़ गई है। सभी सहमे हुए हैं।
श्रमिक यूनियन के मंडल संयोजक सी नवीन कुमार ने कोचिंग डिपो की इस समस्या को अधिकारियों के समझ रखा। लेकिन जवाब यह मिला कि ट्रेनें चल रही हैं। यदि सावधानी के मद्देनजर दो से तीन दिन डिपो बंद भी कर दिया जाता है कि परिचालन प्रभावित हो सकता है। लंबी दूरी की ट्रेनें अभी जरूरी है। मेमू पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन समझ से परे है। इसके बंद होने से थोड़ी राहत मिलेगी। कर्मचारियों को दो से तीन दिन के अंतर में बुलाया जा सकता है।