बिलासपुर।News Appointment in Bilaspur: कलेक्टर डा सारांश मित्तर ने आदेश जारी कर बिलासपुर तहसील कार्यालय में पदस्थ अतिरिक्त तहसीलदार जायसवाल व नायब तहसीलदार साहू का तबादला कर दिया है। कोटा की तहसीलदार ऋचा सिंह को बिलासपुर तहसीलदार की जिम्मेदारी सौंपी है। विवादों में फंसे तहसील कार्यालय के अधिकारियों का अन्यत्र स्थानांतरण किया गया है।
कलेक्टर कार्यालय से जारी स्थानांतरण आदेश में अतिरिक्त तहसीलदार शेषनारायण जायसवाल का बेलगहना व नायब तहसीलदार तुलसी मंजरी साहू को तहसील कार्यालय बिलासपुर से कलेक्टर कार्यालय नजूल शाखा में स्थानांतरित कर दिया है। कोटा में तहसीलदार के पद पर पदस्थ ऋचा सिंह बिलासपुर की नई तहसीलदार होंगी। बिलासपुर तहसीलदार के पद पर पदस्थ रहे नारायण गभेल को राज्य शासन ने पदोन्न्त कर डिप्टी कलेक्टर बना दिया है।
डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदोन्न्ति के बाद उनकी पदस्थापना बिलासपुर जिला कलेक्टोरेट में कर दी गई है। कलेक्टर डा.मित्तर ने प्रोटोकाल अधिकारी की जिम्मेदारी गभेल को दी है। गभेल की पदोन्न्ति के बाद कलेक्टर ने एक आदेश जारी कर राजकुमार साहू को बिलासपुर तसहीलदार का अतिरिक्त प्रभार सौंपने के निर्देश जारी किए थे। कलेक्टर के निर्देश पर साहू तहसीलदार का कामकाज निपटा रहे थे।
लगातार मिल रही थी शिकायत
तहसील कार्यालय में राजस्व प्रकरणों की सुनवाई के अलावा सामान्य कामकाज को लेकर लगातार शिकायत मिल रही थी। बीते दिनों तहसील कार्यालय में मामले मुकदमों की पैरवी करने वाले वकीलों ने कार्यालय का घेराव कर दिया था। कामकाज में विलंब और प्रकरणों के निपटारे में अनावश्यक लेटलतीफी की शिकायत दर्ज कराई थी।
वकीलों का कहना था कि राजस्व प्रकरणों की सुनवाई में अधिकारी गंभीरता नहीं बरत रहे हैं। इसके चलते ग्रामीणों व पक्षकारों की परेशानी बढ़ती ही जा रही है। छोटे-छोटे कार्य जिनका निराकरण बमुश्किल एक या दो पेशी में हो जाता है ऐसे मामलों को भी जानबूझकर लटकाया जा रहा है। वकीलों की शिकायत को कलेक्टर ने गंभीरता से लिया। तहसील कार्यालय में हुए प्रशासनिक सर्जरी को इसी नजरिए से देखा जा रहा है।