बिलासपुर। ब्रजराजनगर से पहले लचकुरा में बिलासपुर रेल मंडल के एक गार्ड (ट्रेन मैनेजर) की अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस की चपेट में आने से मौत हो गई। गार्ड रायगढ़ में पदस्थ थे। बिलासपुर में जैसे ही रनिंग स्टाफ को इस घटना की जानकारी मिली उनका गुस्सा भड़क गया। विरोध में दोपहर 12 बजे से लेकर शाम सात बजे तक इस सेक्शन में मालगाड़ी के पहिए भी थम गए।
घटना सुबह 4:20 बजे के लगभग की है। रायगढ़ में पदस्थ ट्रेन मैनेजर जितेंद्र कुमार ठाकुर (43) मूलत: आरा बिहार के रहने वाले थे। जितेंद्र वर्तमान में अपने स्वजन के साथ रायगढ़ के अटल आवास कोतरारोड में निवासरत थे। उन्हें लचकुरा में लांग हाल ट्रेन बनाने का काम सौंपा गया था। यह नियम के विपरीत है। यह काम सीएंडडब्ल्यू विभाग का है। पर रेल प्रशासन नियमों को ताक में रखकर काम करा रहा है। लांग हाल बनाने के दौरान ट्रेन मैनेजर जितेंद्र कुमार ठाकुर अहमदाबाद एक्सप्रेस की चपेट में आ गए।
इससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। हालांकि उनके साथियों द्वारा मौत की अलग-अलग वजह बताई जा रही है। कुछ का कहना है कि दो गुड्स ट्रेंनों को जोड़ने के दौरान एक्सप्रेस ट्रेन मोड़ होने की वजह नजर नहीं आई और वह अचानक ट्रेन की चपेट में आ गए। वहीं कुछ का कहना है कि तेज रफ्तार हावड़ा एक्सप्रेस के झांेके से उनका संतुलन बिगड़ा ओैर गिरकर ट्रेन की चपेट में आने से मौत हुई है। इस घटना की सूचना के बाद रेल मंडल में हड़कंप मच गया। रायगढ़ में तो रनिंग स्टाफ ने लाबी ही बंद कर दिया और ट्रैक व प्लेटफार्म पर विरोध करते रहे। सीनियर डीओएम रविश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
लाल झंडी दिखाकर रोक दी मालगाड़ी
रनिंग स्टाफ इस घटना के बाद इतने आक्रोश में था कि उन्होंने दुर्ग-राजेंद्रनगर साउथ बिहार एक्सप्रेस को लाल झंडी दिखाकर आधे प्लेटफार्म पर रोक दिया। दरअसल उन्हें सूचना दी कि इस ट्रेन में सीनियर डीओएम आ रहे हैं। हालांकि विरोध की सूचना मिलने के बाद सीनियर डीओएम रविश कुमार किरोड़ीमल स्टेशन में ही उतरकर वापस बिलासपुर आ गए। इस घटना के चलते ट्रेन 20 मिनट से अधिक समय तक खड़ी रही।
स्थिति बिगड़ने पर दोबारा मालगाड़ी से रायगढ़ हुए रवाना
हादसे के बाद से ही ट्रेन चालक व गार्ड में भारी आक्रोश था। नारेबाजी, लाबी बंद कर ड्यूटी नहीं किए। इससे रेल मंडल में हड़कंप मच गया। इस दौरान आंदोलनरत कर्मचारी उच्च अधिकारियों को मौके पर बुलाए जाने की मांग कर रहे थे। इस पर सीनियर डीओएम रविश कुमार बिलासपुर से मालगाड़ी के इंजन में बैठकर रवाना हुए और शाम पांच बजे रायगढ़ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कर्मचारियों से चर्चा की और उनकी मांगों को पूरी करने का आश्वासन भी दिया।
इन मांगों को लेकर किया विरोध
- लांग हाल में अनियमितता वाले काम बंद हो
- लांग हाल को नियमों के साथ चलाई जाए।
- लांग हाल के लिए उपयुक्त जगह होनी चाहिए।
- पथ- वे के साथ पर्याप्त रोशनी का इंतजाम
- लांगहाल मेन लाइन से दूर हो
- हादसे की जिम्मेदारी तय हो और कानून व्यवस्था के तहत कार्रवाई हो
25 लाख रुपये देने की घोषणा
रनिंग स्टाफ की मांगों में एक मृतक के स्वजन को तत्काल आर्थिक सहायता देने की थी। इस पर रेल प्रशासन ने तत्काल 25 लाख रुपये देने की घोषणा की।