बिलासपुर। Bilaspur Railway News: ट्रेन से लेकर रेलवे स्टेशन में यात्री बिना मास्क के नजर आ रहे हैं। जांच कर कार्रवाई करना तो दूर टोकने वाला भी कोई नहीं है। रेलवे बोर्ड से निर्देश आने के बाद बीच रेलवे ने इसे लेकर सख्ती बरती। इस दौरान बिना मास्क के यात्रियों पर 500 रुपये जुर्माना भी किया। इससे यात्री सतर्क हुए थे। पर वे फिर से पुराने ढर्रे पर आ गए हैं। यही स्थिति स्वास्थ्य विभाग के कोरोना जांच की। एक भी यात्री की आरटीपीसीआर व एंटीजन जांच तो दूर, थर्मल स्क्रीनिंग तक नहीं हो रही है। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
संक्रमण के लिए ट्रेनों को सबसे संदेनशील माना जा रहा था। यही वजह है कि प्रशासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 20 से 25 कर्मचारियों को तैनात कर दिया। इस दौरान उन्हें निर्देश दिए गए कि रेलवे से सहयोग लेकर दूसरे राज्यों से पहुंचने वाले यात्रियों की नियमित कोरोना जांच करनी है। कर्मचारी ऐसा कर भी रहे थे। पर अब केवल दो कर्मचारी ही नजर आते हैं। वह भी मर्जी होती है तब जांच करते हैं नहीं तो टेबल से उठते तक नहीं हैं। उनके सामने यात्री बिना किसी जांच के बाहर निकल जाते हैं।
दूसरी लापरवाही मास्क को लेकर हो रही है। यात्री ट्रेन तक में बिना मास्क लगाए यात्रा कर रहे थे। उन्हें टिकट चेकिंग स्टाफ से लेकर ट्रेन में मौजूद अन्य कर्मचारी टोकते तक नहीं है। इसी स्थिति में यात्री ट्रेन से उतरते हैं और बाहर निकल जाते हैं। यही हाल स्टेशन में प्रवेश करने वाले यात्रियों की है। द्वार क्रमांक तीन पर ड्यूटीरत कर्मचारी केवल टिकट देखकर ही उन्हें प्रवेश करने की अनुमति दे देते हैं। जबकि बोर्ड से स्पष्ट आदेश है कि टिकट के साथ-साथ मास्क की जांच भी करनी है। यदि कोई यात्री मास्क नहीं पहनना है तो उस पर जुर्माने की कार्रवाई करनी है। यह लापरवाही संक्रमण फैलने का कारण बन सकती है।