बिलासपुर। देश की सबसे लंबी दूरी तय करने वाली विवेक एक्सप्रेस के यात्रियों को भूखे पेट सफर करना पड़ा। भूख से बेहाल यात्रियों ने मंगलवार को ट्रेन बिलासपुर पहुंचने पर हंगामा कर दिया। दरअसल, आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में ट्रेन हादसे के बाद कुछ ट्रेनें परिवर्तित मार्ग बिलासपुर के रास्ते चलाई जा रही हैं। इनमें असम के डिब्रूगढ़ से तमिलनाडु के कन्याकुमारी तक चलने वाली विवेक एक्सप्रेस भी शामिल है।
परिवर्तित मार्ग से चलने वाली अनेक ट्रेनों के बिलासपुर स्टेशन पहुंचते ही यात्री स्टाल, जनआहार में टूट पड़ी। पानी खरीदने के लिए भी मारामारी करनी पड़ी। यात्रियों के हंगामे के बाद अनेक ट्रेनों के कोच में पानी भरा गया। वहीं पेंट्रीकार के कर्मचारियों ने आइआरसीटीसी की मदद से खाना पकाने का सामान चढ़ाया। इसके बाद ही यात्रियों को गुस्सा शांत हुआ। इस कारण कई ट्रेनें देरी से रवाना हुईं।
खाली बाटल लिए बूथ में भीड़, अव्यवस्था भी हुई
यात्री ट्रेन से खानी बाटल लेकर बूथ की तरफ ऐसे भागती नजर आई, जैसे कई दिनों से प्यासे हों। इस भीड़ की वजह से पानी बूथ में अव्यवस्था भी हुई। हालांकि आरपीएफ या रेल प्रशासन के कर्मचारियों के पास इस भीड़ को दूर से निहारने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।
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पांच ट्रेनें पहुंचीं बिलासपुर
परिवर्तित मार्ग से चलाई जा रही पांच ट्रेनें मंगलवार को बिलासपुर रेलवे स्टेशन में रुकीं। इनमें ईस्ट कोस्ट एक्सप्रेस, हैदराबाद-शालीमार एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस शामिल हैं।
इसलिए बदला मार्ग
29 अक्टूबर, रविवार को आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में विशाखापत्तनम-रायगड़ा पैसेंजर ने ट्रैक पर खड़ी पलासा पैसेंजर को टक्कर मार दी थी। िजससे पलासा पैसेंजर के कुछ डिब्बे दूसरी लाइन में चले गए थे। इसी ट्रैक पर आ रही मालगाड़ी इन डिब्बों से टकराकर उतर गई थी। इसके बाद रेलवे ने ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से चलाने का निर्णय लिया था।
चार दिन में सफर पूरा करती है विवेक एक्सप्रेस
असम के डिब्रूगढ़ से तमिलनाडु के कन्याकुमारी तक चलने वाली विवेक एक्सप्रेस (15905-15906) लगभग चार हजार किलोमीटर का सफर चार दिन (लगभग 74.35 घंटे) में पूरा करती है। देश में सबसे लंबी दूरी तय करने का रिकार्ड प्राप्त करने वाली इस ट्रेन को स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती पर 2011-12 में शुरू किया गया था। 59 स्टेशनों पर ठहराव के साथ यह असम, नगालैंड, बिहार, बंगाल, झारखंड, ओडिशा, आंध्र प्रदेश जैसे नौ राज्यों से गुजरती है। सबसे लंबी दूरी तय करने के मामले में यह ट्रेन विश्व में 24वें पायदान पर आती है।