बिलासपुर। Road Accident: अंबिकापुर जिले के राजपुर- कुसमी मार्ग पर चिरई घाट के समीप बेकाबू पिकअप के सामने से आ रही पिकअप से भिड़ंत हो जाने के कारण पिकअप में सवार 30 से भी अधिक लोगों को चोटे आई हैं। दुर्घटना में नौ लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें शंकरगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कालेज अस्पताल अंबिकापुर में शिफ्ट कर दिया गया है।
सभी लोग वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पिकअप से जा रहे थे। हादसे के बाद गलत दिशा से आकर ग्रामीणों से भरी पिकअप को ठोकर मारने वाली वाहन का चालक मौके से भाग निकला था। पुलिस की तत्परता से सभी घायलों को तत्काल प्राथमिक उपचार की सुविधा मिल गई। घायलों में कुछ को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
जशपुर जिले के अस्ता थाना क्षेत्र के ग्राम टिबरा निवासी 37 लोग पिकअप से वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम खैराडीह जा रहे थे। पिकअप में 21 पुरुष और 16 महिला सवार थे। इनमें कुछ बच्चे भी थे। चिरईघाट के समीप सामने से आ रही एक अन्य बेकाबू पिकअप के चालक ने तेज व लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए ग्रामीणों से भरी पिकअप को ठोकर मार दी।ठोकर मारने के बाद पिकअप अनियंत्रित होकर पलट गई।चालक भाग निकला इधर घटना स्थल पर चीख पुकार मच गई।
घायल सड़क पर ही तड़पते रहे।हादसे की सूचना मिलते ही एसडीओपी कुसमी मनोज तिर्की एवं उप निरीक्षक सतीश सहारे के नेतृत्व में शंकरगढ़ थाने के पुलिस अधिकारी कर्मचारी तत्काल मौके पर पहुंचे घायलों को तत्परता पूर्वक एंबुलेंस और पुलिस वाहन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शंकरगढ़ लाया गया यहां घायलों को त्वरित उपचार सुविधा मुहैया कराई गई।
दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल तेजू 13 वर्ष, जगमति 30 वर्ष ,बलदेव 65 वर्ष, राजेश 45 वर्ष,जीतराम 36 वर्ष ,विनय राम 14 वर्ष,अनुराधा 14 वर्ष, रजनी 16 वर्ष, कांति 23 वर्ष को मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर में सेव कर दिया गया है बलरामपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में माल वाहक में यात्री परिवहन के कारण पूर्व में भी हादसे हो चुके हैं। शंकरगढ़ थाना क्षेत्र में ही लगभग एक वर्ष पहले दुर्घटना में कई लोगों की मौत हो गई थी।
मालवाहक से यात्री परिवहन पर प्रतिबंध के बावजूद यात्री ढोए जा रहे हैं। पुलिस तथा परिवहन विभाग द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ग्रामीणों में भी जागरूकता की कमी देखी जा रही है जिससे ऐसे हादसे हो रहे हैं।