बिलासपुर। अक्षय तृतीया और ईद पर पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय को बड़ा उपहार मिला है। राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) ने 3.28 सीजीपीए अंकांे के साथ ए प्लस ग्रेड से नवाजा है। साथ ही अब यह छत्तीसगढ़ में नंबर वन मुक्त विश्वविद्यालय भी बन चुका है।
नैक की टीम इसी महीने 11 से 13 अप्रैल को निरीक्षण करने विश्वविद्यालय पहुंची थी। पीयर टीम में मिजोरम विश्वविद्यालय व आंध्र प्रदेश के पूर्व कुलपति डा.केआरएस संबाशिवा राव अध्यक्ष थे। चार अन्य सदस्य समन्वयकों में डा. बीआर आंबेडकर मुक्त विश्वविद्यालय तेलंगाना के कुलपति डा. कुसुंबा सीतारामा राव, कोधिा यूनिवर्सिटी आफ साइंस एंड टेक्नोलाजी केरल के डीन डा. भासी मारथ, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर के प्रोफेसर डा.हेमा सुंदर नायडू गोनुगुंटला व सीसीएस विश्वविद्यालय मेरठ शिक्षा विभाग के प्रोफेसर डा.विजय जायसवाल शामिल थे।
तीन दिनी निरीक्षण के अंतिम दिन टीम ने कार्यपरिषद, विद्या परिषद, योजना मंडल, भूतपूर्व छात्र समूह, वर्तमान छात्रों से चर्चा की और अपनी अंतिम मूल्यांकन रिपोर्ट तैयार की। इस अवसर पर पीयर टीम के अध्यक्ष द्वारा मूल्यांकन रिपोर्ट का सील बंद लिफाफा रजिस्टर्ड डाक से बैंगलुरु मुख्यालय भेजा गया था। इसके नौ दिनों बाद नैक ने शुक्रवार की शाम कुलपति डा. बंश गोपाल सिंह को ईमेल के माध्यम से ए प्लस ग्रेड की अधिकृत सूचना भेजी। खबर के बाद विश्वविद्यालय परिवार में खुशियों की लहर दौड़ गई।
अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक सभी खुशियां मनाने लगे। इंटरनेट के माध्यम से एक-दूसरे को बधाई संदेश भेजकर झूम उठे। विश्वविद्यालय स्थापना के 18 साल बाद नेट टीम निरीक्षण करने पहुंची थी। अक्षय तृतीया और ईद के मौके पर इस उपहार ने सभी को एक बड़ी खुशी दी। इसके साथ ही यह संस्था अब छत्तीसगढ़ की नंबर वन संस्था बन चुकी है। अब तक राज्य के किसी भी दूरस्थ संस्था के पास इतनी बड़ी ग्रेडिंग नहीं है।
कुलपति बीमार थे फिर भी दिया प्रेजेंटेशन
नैक निरीक्षण के दौरान सबसे बड़ी बात संस्था के मुखिया का प्रेजेंटेशन होता है। टीम के आने से पहले कुलपति डा. बंश गोपाल सिंह अचानक बीमार हो गए। चिकित्सकों ने उन्हें घर से निकल ने मना कर दिया। बावजूद इसके उन्होंने टीम के समक्ष डेढ़ घंटे तक प्रेजेंटेशन दिया। बंगले से लगातार अधिकारियों के संपर्क में रहे। इस दौरान एक टीम भावना से बाकी अधिकारियों ने भी मोर्चा संभाला। कुलसचिव डा. इंदु अनंत ने भी अपने अनुभवों का पूरा लाभ दिलाया। पूर्व कुलसचिव डा. राजकुमार सचदेवा भी पीछे नहीं रहे। एक टीम आने से पहले ही दस्तावेजों को दुरुस्त करने लगातार सहयोग किया।
ए प्लस ग्रेडिंग का था सपना
14 अप्रैल के अंक में नईदुनिया में सबसे पहले लिफाफा खुलेगा तो भविष्य खिलेगा शीर्षक से खबर प्रकाशित कर ए या ए प्लस ग्रेडिंग का सपना को लेकर विस्तार से खबर प्रकाशित किया था। विश्वविद्यालय ने एक महीने पहले माक निरीक्षण भी कराया था। इसमें टीम ने ए ग्रेड का दर्जा दिया था। नई ग्रेडिंग मिलने के बाद विश्वविद्यालय की चमक एक बार राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ जाएगी।
इन्होंने झोंक दी पूरी ताकत
नैक टीम तीन दिनों में सभी विभागों का दौरा करने के साथ रायपुर क्षेत्रीय केंद्र एवं विश्वविद्यालय के तीन अध्ययन केंद्रों महंत लक्ष्मी नारायण महाविद्यालय रायपुर, नवीन कन्या राधा बाई महाविद्यालय भी पहुंची थी। वहीं निरीक्षण को सफल बनाने में प्रमुख रूप से सीआइक्यूए के निदेशक डा. शोभित कुमार वाजपेयी, उप निदेशक डा.पुष्कर दुबे, शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष डा.बीना सिंह, परीक्षा नियंत्रक रेशम लाल प्रधान, वित्त अधिकारी जीएस जागृति व डा.दीपक कुमार पांडेय सहित सभी अधिकारियों व कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा। इन्होंने नैक टीम के समक्ष पूरी ताकत झोंक दी।
नैक यहां सबसे संतुष्ट
नैक पीयर टीम ने माना कि पर्यावरण और प्राकृतिक सौंदर्य के बीच यह विश्वविद्यालय देश का सबसे अच्छा मुक्त विश्वविद्यालय है। शोध और नवाचार के मामले में भी स्थिति काफी अच्छी है। वेब सेल, परीक्षा विभाग का कामकाज स्टैंडर्ड है। सुविधा संसाधन एवं अधोसंरचना को लेकर स्थिति पारदर्शी है। बीलिब पाठयक्रम में 78 वर्षीय बुजुर्ग का प्रवेश को लेकर टीम ने काफी प्रशंसा की। अकादमिक स्थिति मजबूत है। केंद्रों में सुविधा बढ़ाने पर भी बल दिया। योग विज्ञान एवं अन्य क्षेत्रों में भी स्थिति अच्छी रही। अलावा टीम में कुछ सुझाव भी गिनाए थे जिसे दूर कर करने कहा गया।
छात्रों, नौकरीपेशा और गृहणियों को यह लाभ
पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं, नौकरीपेशा और ग्रहणियों को अब विशेष लाभ मिलेगा। अंकसूची पर ए प्लस ग्रेड दर्ज होगा। संस्था को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलने के साथ विद्यार्थियों को अब गर्व की अनुभूति होगी। शिक्षा में गुणवत्ता का पता चलेगा। छात्रों का भविष्य अब और भी सुरक्षित रहेगा। एमओयू और की दिशा में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। यूजीसी के माध्यम से रूसा द्वारा आसानी से अनुदान मिल सकेगा।
नैक मुख्यालय से देर शाम एक ईमेल प्राप्त हुआ। इसमें 3.28 सीजीपीए अंक के साथ ए प्लस ग्रेड का रिजल्ट भेजा गया। हम सभी इस परिणाम से बेहद संतुष्ट हैं। इसका श्रेय विश्वविद्यालय परिवार के सभी सदस्यों और राज्य शासन को जाता है।
डा.बंश गोपाल सिंह
कुलपति, सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय बिलासपुर छत्तीसगढ़