Employment News: अंबिकापुर के स्वास्थ्य विभाग में भर्ती के दिशा-निर्देश को लेकर उठे सवाल
Employment News: टेक्निकल पदों की भर्ती में अनुभव को दरकिनार करने से बनी पशोपेश की स्थिति। आवेदक को बताना होगा कि नहीं करता तंबाकू सेवन।
By Shashank.bajpai
Edited By: Shashank.bajpai
Publish Date: Sat, 19 Dec 2020 05:22:24 PM (IST)
Updated Date: Sat, 19 Dec 2020 05:22:24 PM (IST)

बिलासपुर। Employment News: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत स्वीकृत मानव संसाधनों की रिक्त पदों पर संविदा भर्ती हेतु आवेदन के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय सरगुजा से जारी किए गए विज्ञापन को लेकर शुरुआती दौर में ही सवाल खड़े हो रहे हैं। 33 विज्ञापित पदों के लिए 82 अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जानी है, जिसमें कई महत्वपूर्ण पदों में अभ्यर्थी के अनुभव को दरकिनार कर दिया गया है। वहीं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत संविदा पदों की भर्ती केे लिए जारी किए गए दिशा-निर्देश की कंडिका में उपरोक्त पदों पर आवेदन प्रस्तुत करने वाले अभ्यर्थी तंबाकू एवं तंबाकू उत्पादों का सेवन करने का व्यसनी (नशे की लत) नहीं होना चाहिए, इसका उल्लेख किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग में होने वाली भर्तियों से संबंधित विज्ञापन अन्य जिलों में भी निकाले गए हैं, लेकिन उसमें पूर्व से कार्य अनुभव को आधार बनाया गया है और अनुभव के आधार पर अतिरिक्त अंक देने का प्रावधान किया गया है। वहींं, सरगुजा जिले में होने वाली भर्ती में टेक्निकल पोस्ट को नजरअंदाज करते हुए किसी प्रकार का अनुभव नहीं मांगने को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। मेडिकल कालेज अस्पताल से कई अनुभव प्राप्त टेक्नीशियन बेहतर अनुभव की बदौलत प्रदेश के नामी स्वास्थ्य संस्थानों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अगर अनुभव के आधार पर वे टेक्निकल पदों पर होने वाली भर्ती में शामिल होते हैं तो उन्हें इसका अतिरिक्त लाभ मिलेगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय सरगुजा के द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत भर्ती के लिए जारी किए गए विज्ञापन में क्लीनिकल फिजियोलाजिस्ट, नर्सिंग आफिसर, साइकियाट्रिक सोशल वर्कर/सोशल वर्कर, नर्सिंग आफिसर, वार्ड असिस्टेंट सहित अन्य के विज्ञापित पदों के लिए अनुभव तो मांगा गया है, लेकिन टेक्निकल पदों में फ्रेशर की नियुक्ति का संकेत मिल रहा है। ऐसे में भर्ती प्रक्रिया को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
अगर अनुभव को इसमें जोड़ा जाता तो लंबे समय तक टेक्निकल कार्यानुभव का उन्हें लाभ मिल सकता था और अतिरिक्त अंक की पात्रता उन्हें मिल सकती थी। विज्ञापित पदों में ओटी टेक्नीशियन, आडियोलाजी विभाग में होनेवाली आडियोलाजिस्ट की भर्ती में अनुभव को महत्व नहीं दिए जाने से अनुभवहीन अभ्यर्थी की भर्ती करने की मंशा स्वास्थ्य विभाग की नजर आ रही है। जबकि आपरेशन थिएटर के टेक्नीशियन व आडियोलाजिस्ट अपने विभाग की रीढ़ होते हैं। अगर यहां फ्रेश कंडीडेट की भर्ती होती है, तो इसका खामियाजा चिकित्सकों को भुगतना पड़ेगा। मेडिकल कालेज अस्पताल के नाक, कान और गला विभाग पर गौर करें, तो आडियोलाजी विभाग में बेरा सहित अन्य अत्याधुनिक, महंगी मशीनें लगाई गई हैं।
इसके संचालन के लिए अनुभवी टेक्नीशियन की जरूरत पड़ेगी। सीएमएचओ कार्यालय द्वारा जारी किए गए विज्ञापन को देखने के बाद प्रतीत होता है कि दोनों ही पदों के अभ्यर्थियों के लिए अनुभव की जरूरत नहीं है। अनुभव की अनदेखी को लेकर कई प्रकार के सवाल तो खड़े हो रहे हैं। इसके पीछे पर्दे के पीछे से लेनदेन की बातों को भी बल मिल रहा है। जबकि सूरजपुर जिले में भर्ती के लिए जारी विज्ञापन में इन पदों के लिए अनुभव मांगा गया है, अनुभव के आधार पर अभ्यर्थी को अतिरिक्त अंक भी दिए जाएंगे। वहीं तंबाकू व्यसनी को नौकरी की पात्रता नहीं होगी, इसका भी उल्लेख नहीं किया गया है। मनमाने दिशा-निर्देश के बीच भर्तियों के लिए विज्ञापित पद विज्ञापन जारीकर्ता के लिए भी गले की हड्डी बन गई है।