बिलासपुर। Bilaspur News: अंडरग्राउंड सीवरेज सिस्टम का काम करने वाले सिम्पलेक्स इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के अधिकारियो व कर्मचारियों की लापरवाही अब सामने आने लगी है। पाइप लाइन बिछाते वक्त मेनहोल में रेत को ही डंप कर रख दिया था। पाइप लाइन बिछाने के बाद रेत को बाहर निकालना ही भूल गए। अब जबकि मेनहोल की सफाई हो तो पाइप लाइन ट्रकों रेत उगल रही है। रेत निकालने में कंपनी के कर्मचारियों को मशक्कत करनी पड़ रही है। जूना बिलासपुर में सीवरेज सिस्टम का मेनहोल है। यहां कर्मचारियों ने 50 से अधिक बोरी रेत निकाला है।
अंडरग्राउंड सीवरेज परियोजना का बुरा हाल है। जल्दबाजी में बिछाई गई पाइप लाइन की लापरवाही वर्षों बाद अब शहरवासियों के सामने आने लगी है। पाइप लाइन की सफाई करने उतरे श्रमिकों को रेत से भरी बोरियां मिल रही हैं। नगर निगम बिलासपुर के एल्डरमैन अखिलेश गुप्ता ने बताया कि जूनाबिलासपुर स्थित नागोराव शेष स्कूल और बजरंग मिष्ठान भंडार के सामने सीवरेज के मेनहोल की सफाई के लिए जब कर्मचारी उतरे तो उन्हें वहां रेत की बोरियां पड़ी मिली।
एक मेनहोल से ही अब तक रेत की 50 बोरियां निकाली जा चुकी है। सीवरेज के काम में लगे मजदूरों ने रेत से भरी इन बोरियों को सीवरेज के पाइप लाइन में ही छोड़ दिया था। शहर के विभिन्न् मेनहोल से रेत की इन बोरियों को निकालने का काम चल रहा है। एल्डरमैन ने बताया कि एक एक मेनहोल में कम से कम पांच से सात पांच से सात ट्रैक्टर रेत से भरी बोरियां मिल रही है।
450 करोड़ की परियोजना का बुरा हाल
अंडरग्राउंड सीवरेज सिस्टम का काम शहर में चलते आठ वर्ष से भी ज्यादा हो गया है। लगातार हो रहे विलंब के कारण परियोजना की निर्माण लागत भी लगातार बढ़ती ही जा रही है। वर्तमान मंे परियोजना बजट 450 करोड़ की हो गई है। भारी भरकम बजट के बाद भी निर्माण कार्य में लगातार विलंब,लेटलतीफी और लापरवाही खुलकर सामने आ रही है। राज्य सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट का शहर में बुरा हाल है।