बिलासपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। चार नवंबर को प्रात: 10 बजे राम मंदिर तिलक नगर से श्री खाटू श्याम मंदिर तक निशान यात्रा निकली। संध्या सात बजकर 15 मिनट से भजन होगा। जिसमें रेश सैनी (गुड़गांव दिल्ली),मिता राठौर ( उदयपुर ), उदय शर्मा ( बिलासपुर), श्याम दीवाना ईशु( बिलासपुर), बुन्दू भाई एवं उनकी टीम (जयपुर) वाले भजन प्रस्तुति देंगे। इसके साथ ही पांच नवंबर को सुबह आठ बजे सवामणी का भोग लगेगा।
घोंघा बाबा मंदिर परिसर श्री खाटू श्याम मंदिर में चल रहे 12 वें श्री श्याम महोत्सव के प्रथम दिवस श्री श्याम कथा का संगीतमयी पाठ हुआ। व्यासपीठ से दिनेश शर्मा दीनू ने बाबा श्याम की शात्रोक्त श्री श्याम चरित्र का पाठ करके भक्तों को श्याम महिमा से अवगत कराया।
प्रात: श्रृंगार आरती के पश्चात पाठ का श्री गणेश हुआ। आरती के बाद उत्सव के प्रथम दिवस का विश्राम हुआ। व्यासपीठ से पंडित श्री शर्मा ने बताया कि हारे के सहारे बाबा श्याम जी कलयुग के देवता हैं जो हार के इनके दरबार मे शरण मे पहुँच जाता है उसकी कभी हार नही होती। जिनके मंदिर के आगे हारे का सहारा लिखा होता है। माता के वचन अनुसार आज भी ये हारे का साथ देते हैं। उत्सव के दूसरे आज के प्रात: भव्य निशान यात्रा एवं रात्रि में विशाल भजन संध्या का आयोजन होगा।
भजन प्रवाहक नरेश सैनी गुरुग्राम, केमिता राठौर उदयपुर, बुन्दू भाई जयपुर के साथ स्थानिय भजन गायक और भक्त मिलकर बाबा श्याम जी का जन्मोत्सव मनाएंगे। पांच नवंबर तक यह महोत्सव मनाया जाएगा।
10 बजे महप्रसाद चढ़ाया जाएगा। महोत्सव को लेकर श्याम भक्तों में भारी उत्साह बना हुआ है। कोरोना महामारी के बीच दो साल से मंदिरों में महोत्सव पर विराम लग गया था। लेकिन अब परिस्थितियां सामान्य होने के बाद एक बार फिर मंदिरों में भक्तों का तांता लगने लगा है। प्रतिवर्ष श्याम महोत्सव को लेकर भक्तों को इंतजार रहता है।