
नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। बेलगहना चौकी क्षेत्र में रहने वाले युवक से दो दिन पहले मारपीट हुई थी। बेलगहना चौकी में जुर्म दर्ज कराने के बाद युवक ने मंगलवार को अपने घर में जहर का सेवन कर लिया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब पुलिस युवक के जहर सेवन के कारणों की जांच कर रही है।
कोटा थाना क्षेत्र के बेलगहना चौकी अंतर्गत पंडरापखना पैनारा मोहल्ला निवासी बिहारी प्रजापति राजमिस्त्री हैं। वे नौ जून को काम करने के लिए कूपाबांधा गए थे। काम खत्म कर वे अपने साथी शिवचरण जगत और कृष्णा के साथ घर आ रहे थे। कूपाबांधा गांव में ही नाले के पास दारसागर में रहने वाले अशोक यादव और राजकुमार पोर्ते ने राजमिस्त्री की बाइक को रोककर गाली-गलौज की। इसका विरोध करने पर उन्होंने राजमिस्त्री की पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान कृष्णा ने बीच-बचाव की कोशिश की तो उससे भी मारपीट की गई। घायल राजमिस्त्री ने घटना की शिकायत बेलगहना चौकी में की। चौकी में पीड़ित की शिकायत पर जुर्म दर्ज कर लिया। मंगलवार को राजमिस्त्री और उसके साथी कृष्णा को चौकी बुलाया गया। बताया जाता है कि इस बीच चौकी में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उस पर मारपीट करने का आरोप लगाया। इसके बाद पीड़ित अपने घर आ गया। घर पर उसने चूहे मारने की दवा खा ली। इससे गंभीर राजमिस्त्री को सिम्स में भर्ती कराया गया है। इधर अधिकारी मामले की जांच की बात कह रहे हैं।
प्रताड़ित करने के लग रहे आरोप, नहीं हुई है शिकायत
इधर कुछ लोग पुलिस पर पीड़ित को ही धमकाने का आरोप लगा रहे हैं। हालांकि पीड़ित और उसके स्वजन ने इस संबंध में कोई शिकायत पुलिस के अधिकारियों से नहीं की है। एएसपी अर्चना झा ने भी चौकी में पीड़ित को धमकाने की बात से इन्कार किया है। उन्होंने पूरे मामले की जांच कराने की बात कही है।
पहले भी लगे हैं पुलिस पर प्रताड़ना के आरोप
हाले के दिनों में पुलिस पर पीड़ितों को ही परेशान करने के आरोप लगे हैं। कुछ दिन पहले एक युवक लूट की शिकायत करने सिरगिट्टी थाने पहुंचा था। उसने थाने में मौजूद एएआइ को आपबीती बताई। इस एएसआइ ने शिकायत दर्ज करने से मना कर दिया। पीड़ित ने अपने परिचित आरक्षक का हवाला देते हुए उसकी शिकायत लेने की बात कही। इस पर एएसआइ गाली-गलौज करते हुए पीड़ित को ही बंद करने की धमकी देने लगा। पीड़ित ने पूरे मामले की शिकायत एसपी कार्यालय में की है। मामले की अभी जांच ही चल रही है।
बेरहमी से मारपीट कर हत्या का भी लगा है आरोप
कुछ दिन पहले कोनी पुलिस पर भी लूट के आरोपित से बेरहमी से मारपीट का आरोप लगा है। सरकंडा के अशोक नगर में रहने वाला रोशन ध्रुव सब्जी बेचने का काम करता था। शुक्रवार को वह अपने दोस्तों के साथ घूमने निकला था। इसी दौरान रोशन और उसके साथियों ने माजदा के चालक से लूटपाट की कोशिश की। घटना के दौरान ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने रोशन के साथी को पकड़ लिया। इधर रोशन पुलिस को चकमा देकर भागने में कामयाब हो गया। दूसरे दिन सुबह उसकी लाश मिली। स्वजन ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने घटना के दौरान दोनों आरोपित को पकड़ लिया था। पुलिस की पिटाई से रोशन की मौत हो गई। उन्होंने पुलिस पर मामले को दबाने रोशन के शव को खेत में फेंक देने का आरोप लगाया।
आम पब्लिक के साथ पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं
पिछले कुछ समय से बिलासपुर पुलिस की कार्यप्रणाली लगातार विवादों में रही है। जिसका शिकार आम पब्लिक के साथ पुलिसकर्मी भी हो रहे हैं। कुछ हफ्ते पहले सरकंडा थाने के एक मुंशी ने आत्महत्या कर ली, इस मामले में तात्कालीन थाना प्रभारी पर प्रताड़ना के आरोप लगे, जिसकी जांच जारी है। इसके बाद सीपत थाने के एक आरक्षक ने थाने के भीतर आत्महत्या की कोशिश की, इस मामले पर भी थाना प्रभारी पर आरोप लगे हैं।
वर्जन
घटना की जानकारी मिली है। पुलिस ने घायल की शिकायत पर पहले ही जुर्म दर्ज कर लिया है। पीड़ित ने जो आरोप लगाए हैं उसकी जांच कराई जाएगी।
नुपूर उपाध्याय
एसडीओपी कोटा
