बिलासपुर। परिवहन विभाग के द्वारा शिविर लगाकर स्कूल बसों की जांच की गई थी। जांच के दौरान खामियां भी मिलीं। पर कार्रवाई करने के बजाय विभाग ने सुधार के लिए सभी स्कूल प्रबंधन को निर्देश दिए थे। इसके लिए एक समय भी निर्धारित किया गया था। जो पूरा हो चुका है। इसलिए अब किसी भी दिन विभाग का अमला औचक जांच कर सकता है। इस दौरान किसी भी स्कूल बसों कमियां पाईं गई तो इस बार छूट नहीं दी जाएगी, बल्कि सीधे कार्रवाई की जाएगी।
जून महीने के अंतिम सप्ताह में परिवहन विभाग और यातायात पुलिस की ओर से पुलिस मैदान में जांच शिविर लगाया गया था। इसमें सभी स्कूल प्रबंधन को बसें भेजनी थी। पर शिविर में केवल 117 बसें ही पहुंची। जिनकी जांच के दौरान 75 में कई खाामियां मिली। 42 अनफिट थीं। चालकों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया। जिन बसों में खामियां मिलीं थी, उन्हें निर्देश दिया गया कि गाइड लाइन के अनुसार बसों की खिड़कियांे में जालियां, प्राथमिक उपचार बाक्स, सीसीटीवी कैमरा व अन्य सुविधाएं होनी चाहिए। हालांकि शिविर में केवल जांच करने का निर्णय था। इसलिए एक भी बसों पर कार्रवाई नहीं हुई।
उन्हें सामान्य निर्देश देते हुए छोड़ दिया गया। हालांकि स्कूल प्रबंधन को पत्र जारी कर इस संंबंध में सुधार करने का निर्देश दिया गया था। पर अब किसी तरह छूट नहीं दी जाएगी, बल्कि एक भी कमियां मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में परिवहन विभाग द्वारा शिविर के दौरान चेतावनी दी गई थी। उन्हें यह भी कहा गया था कि विभाग की टीम किसी भी दिन स्कूल में जाकर या मार्ग पर बसों की जांच कर सकती है। जांच के दौरान कमियां मिलने पर कार्रवाई होगी। हालांकि जांच कब होगी और किस स्कूल की होगी। फिलहाल तय नहीं है। इसकी वजह कर्मचारियों की हड़ताल है। 29 जुलाई का इसका अंतिम दिन है। ऐसे में 30 जुलाई या इससे पहले अफसर खुद जांच कर सकते हैं।