बिलासपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
बहुप्रतिक्षित साइंस कॉलेज मैदान का नगर निगम ने काफी काम पूरा कर लिया है। यहां सभा समारोह के अलावा शहर का प्रमुख आयोजन व्यापार मेला भी लगाने की तैयारी है।
शहर के करीब अरपा पार साइंस कॉलेज मैदान में सबसे बड़ी खाली जगह है। यहां के 30 एकड़ मैदान में से 15 एकड़ पर विशाल सभा स्थल का काम चल रहा है। निगम ने समतलीकरण और हेलिपैड का काम पूरा कर लिया है। व्यवस्थित सभा स्थल और अन्य काम अब भी चल रहे हैं। इस मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा हो चुकी है। अन्य राजनैतिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी अब इसी मैदान में कराने की योजना बनाई गई है। प्रशासन इसकी शुरुआत व्यापार मेला से करना चाहता है। अभी यह आयोजन व्यापार विहार में होता है। जहां जगह कम होने के कारण अब नए व्यापारियों को काउंटर नहीं मिल पा रहे हैं। इसके अलावा ट्रैफिक को लेकर भी दिक्कत होती है। व्यापार मेला जैसे बड़े आयोजन को भी अब साइंस कॉलेज मैदान में शिफ्ट कराने की तैयारी चल रही है। इसमें अधिक व्यापारी अपना सामान लेकर स्टॉल लगा पाएंगे। इसके अलावा लोगों को भी घूमने फिरने के लिए पर्याप्त जगह मिल जाएगी। मेले के विस्तार के लिए भी यह जरूरी है। इसके अलावा व्यापार मेला की वजह से साइंस कॉलेज मैदान भी लोगों के बीच चर्चा में आ जाएगा। इन कारण को देखते हुए निगम के अधिकारियों को उन कार्यों को पहले कराने के लिए कहा गया है जो व्यापार मेले के लिए जरूरी है। इसके बाद निगम और जिला प्रशासन शहर के अंदर घनी आबादी के बीच होने वाले सारे कार्यक्रम को साइंस कॉलेज मैदान में शिफ्ट करेगा। इससे मुख्य शहर में भीड़ के कारण ट्रैफिक जाम की स्थिति नहीं बनेगी।
ट्रैफिक के लिहाज से जरूरी
साइंस कॉलेज मैदान सीपत मुख्य मार्ग पर है। भीड़ की स्थिति में यहां ट्रैफिक को निकालने के लिए पर्याप्त जगह है। इसके अलावा ज्यादा जगह होने के कारण कार और दो पहिया वाहनों की पार्किंग के लिए भी मैदान के अंदर पर्याप्त जगह है। इससे मुख्य मार्ग पर पार्किंग से होने वाली जाम की समस्या से मुक्ति मिल जाएगी।
साइंस कॉलेज मैदान एक नजर
कुल जगह 30 एकड़
सभा स्थल 15 एकड़
पार्किंग पांच एकड़
बैठक क्षमता 70 से 90 हजार
आडिटोरियम लागत 13.45 करोड़
बैठक क्षमता 750 सीट
शहर के सबसे बड़े आडिटोरियम का काम शुरू
साइंस कॉलेज मैदान में पीडब्ल्यूडी शहर का सबसे बड़ा ऑडिटोरियम भी बनाने जा रहा है। इस ऑडिटोरियम में 750 लोगों के बैठने की क्षमता होगी। शासन ने इसके लिए 13 करोड़ 75 लाख रुपये का बजट दिया है। शहर के अंदर स्व. लखीराम आडिटोरियम निगम ने बनाया है। यहां जगह कम होने के कारण बड़े आयोजन नहीं हो रहे हैं।
गैलरी का काम होना शेष
नगर निगम को एमआइसी ने यहां 57.15 लाख रुपये की लागत से गैलरी बनाने का काम सौंपा है। इसका निर्माण कार्य अभी होना है। ग्राउंड के अंदर सड़क बनाने और मैदान समतलीकरण का काम पूरा हो चुका है। बारिश के दिनों में पानी निकल जाए, इसके लिए ड्रेन बनाना शेष है।
शहर के अंदर होने वाले कार्यक्रमों को अब साइंस कॉलेज मैदान में शिफ्ट किए जाएंगे। व्यापार मेला को भी यहां पर शिफ्ट करने की तैयारी है। इससे व्यापारियों को भी पर्याप्त जगह मिल जाएगी और मैदान को भी अलग पहचान मिलेगी।
-पीके पंचायती
कार्यपालन अभियंता, नगर निगम