बिलासपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। उत्तर रेलवे के फिरोजपुर मंडल अंतर्गत बाड़ी ब्राह्मण स्टेशन के पास फ्रेट सेटेलाइट स्टेरशन विकसित करने के लिए एनआइ का कार्य किया जा रहा है। इस महत्वपूर्ण कार्य को पूरा करने के लिए ट्रेनों को परिचालन प्रभावित किया जा रहा है। जिसमें दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से चलने/गुजरने वाली कुछ ट्रेनें भी शामिल है।
सात सितंबर को दुर्ग से चलने वाली ट्रेन 20847 दुर्ग - ऊधमपुर एक्सप्रेस लुधियाना रेलवे स्टेशन में पहुंचकर समाप्त हो जाएगी। दूसरे दिन आठ सितंबर को यह लुधियाना रेलवे स्टेशन से ही 20848 ऊधमपुर-दुर्ग एक्सप्रेस बनकर दुर्ग के लिए रवाना होगी। रेलवे यह मान रही है कि इससे यात्रियों को परेशानी होगी, क्योंकि प्रारंभिक से गंतव्य तक स्टेशनों की जानकारी लेने के बाद यात्री आरक्षण कराते हैं। इसमें भी कई यात्रियों को अंतिम स्टेशन या उससे लगे स्टेशनों के लिए रिजर्वेशन कराया होगा।
जाहिर है कि रिजर्वेशन के दौरान उन्हें आरक्षण केंद्र में जद्दोजहद भी करनी पड़ी होगी। पर रेलवे ने एक झटके में यात्रियों की मेहनत व यात्रा पर पानी फेर दिया। सबसे विड़ंबना की बात है कि आधे बीच में ट्रेन समाप्त करने के बाद रेलवे की ओर से किसी तरह की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे लुधियाना के आगे स्टेशनों के यात्रियों को राहत मिल सके। खासकर यदि कोई स्वजनों के साथ होगा यात्रा कर रहे होंगे तो उन्हें और भी दिक्कत होगी।
इसके अलावा 06 सितंबर को दुर्ग से रवाना होने वाली 12549 दुर्ग-जम्मूतवी एक्सप्रेस एक घंटे 50 मिनट देरी से रवाना होगी। मालूम हो कि इस ट्रेन में यात्रियों की ज्यादा भीड़ रहती है। इस परिस्थिति में ट्रेन का विलंब होना यात्रियों को परेशानियों को बढ़ाएगी। रेलवे स्टेशन में जिस दिन जम्मूतवी एक्सप्रेस रहती है, उस दिन पैर तक रखने की जगह नहीं रहती। उस स्थिति में ट्रेन दो घंटे देर से पहुंचेगी तो यात्रियों की स्थिति कैसी रहेगी। इससे यात्रियों को केवल परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।