बिलासपुर। UGC Team Inspection: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की चार सदस्यीय टीम ने निरीक्षण के दूसरे दिन गुरुवार को कोनी बिरकोना स्थित अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय की नई बिल्डिंग का निरीक्षण किया। आय-व्यय से लेकर तमाम दस्तावेजों को भी खंगाला। निरीक्षण से पूर्व टीम के सदस्यों ने मां महामाया का दर्शन कर दरबार में माथा टेका।
आयोग की ओर से गठित टीम के सदस्य चेयरपर्सन के रूप में डा. बीआर आंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.अनु सिंह लाठेर, तीन प्रमुख सदस्यों में केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू के कंप्यूटर साइंस एंड इंफार्मेशन टेक्नोलाजी विभाग के प्रो. देवानंद, मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम के पूर्व डायरेक्टर डा. पुष्पेंद्र प्रताप सिंह समन्वयक के रूप में यूजीसी के सदस्य अशोक कुमार गर्ग शामिल थे।
सुबह 9.30 बजे टीम के सदस्य कुलपति आचार्य प्रो.अरुण दिवाकर नाथ वाजपेयी के साथ मां महामाया मंदिर पहुंचे। दर्शन के बाद टीम के सदस्य अपनी रूटीन के मुताबिक सीधे नई बिल्डिंग का निरीक्षण करने पहुंच गए। जी-फोर की धारणा को लेकर सदस्यों ने तारीफ भी की। निरीक्षण के उपरांत सभी सदस्यों ने वित्त से जुड़े तमाम दस्तावेजों को खंगाला।
हालांकि इसमें उन्हें किसी तरह की दिक्कत या गड़बड़ी नहीं मिली। टीम अंतिम दिन शुक्रवार को रिपोर्ट तैयार कर आयोग को भेजेगी। इसके बाद 12 बी की मान्यता को लेकर निर्णय होगा। निरीक्षण के दौरान विश्वविद्यालय के आला अधिकारी भी मौजूद रहे।
अनुदान के लिए जरूरी है 12बी
यूजीसी एक्ट 1956 की धारा 2 एफ के अंतर्गत देशभर के किसी भी महाविद्यालय और विश्वविद्यालय को मान्यता दी जाती है और उसका रजिस्ट्रेशन होता है। वहीं, धारा 12 बी में रजिस्टर्ड संस्था को केंद्रीय अनुदान की पात्रता हो जाती है। यानी वह यूजीसी या किसी भी केंद्रीय विभाग से अनुदान के लिए पात्र हो जाता है। रिसर्च प्रोजेक्ट के काम में अड़चन नहीं आती।