रेलवे स्टेशन में नो - पार्किंग पर खड़ी गाड़ियां जब्त, 55 पर कार्रवाई
लगातार चल रहा अभियान ड्राप एंड गो से दोपहिया वाहनों को भी गुजरने की अनुमति देनी चाहिए। पहले भी यही व्यवस्था थी। लोग स्वजनों को छोड़ते थे और ड्राप एंड गो से बाहर निकल जाते थे। इस सुविधा से काफी राहत थी। अभी व्यवस्था ठीक नहीं है।
By Yogeshwar Sharma
Edited By: Yogeshwar Sharma
Publish Date: Wed, 16 Nov 2022 01:18:35 PM (IST)
Updated Date: Wed, 16 Nov 2022 01:18:35 PM (IST)

बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। रेलवे स्टेशन में नो पार्किंग पर खड़ी गाड़ियों के चालकों पर कार्रवाई जारी है। दो दिन में आरपीएफ ने 55 गाड़ियां जब्त की। इस दौरान चालकों के खिलाफ रेलवे अधिनियम की धारा 159 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया। साथ ही चेतावनी दी गई की गाड़ियां स्टैंड में खड़ी की जाए। इससे स्टेशन के सामने वाहनों के कारण अव्यवस्था नहीं होगी और यात्री व स्वजन दोनों को राहत मिलेगी।
रेलवे स्टेशन में पार्किंग व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई थी। यात्री से लेकर स्वजनों को परेशानी हो रही थी। इसे देखते हुए रेलवे सुरक्षा बल सख्ती बरती और अब लगातार अभियान चलाकर ऐसे वाहन को जब्त करने की कार्रवाई की जा रही है, जो नो- पार्किंग में खड़ी है। हालांकि इस नई व्यवस्था को लेकर गाड़ी मालिक नाराज है। उनका कहना है की स्टैंड में गाड़ी रखने का नियम उन यात्रियों के लिए लागू करनी चाहिए, जो सफर में कहीं बाहर जा रहे हैं। वापसी तीन से चार दिन शाम तक होती है। स्वजन, जो यात्रियों को छोड़ने आए हैं, उनके इस तरह की बाध्यता नहीं होनी चाहिए।
ड्राप एंड गो से दोपहिया वाहनों को भी गुजरने की अनुमति देनी चाहिए। पहले भी यही व्यवस्था थी। लोग स्वजनों को छोड़ते थे और ड्राप एंड गो से बाहर निकल जाते थे। इस सुविधा से काफी राहत थी। अभी व्यवस्था ठीक नहीं है। इसमें सभी को परेशानी हो रही है। हालांकि रेलवे इस मामले में किसी की नहीं सुन रहा है और लगातार अभियान चलाकर कार्रवाई कर रही है। सोमवार व मंगलावार दो दिन चलाए गए अभियान में 55 वाहन जब्त किए गए। इस दौरान आरपीएफ के साथ बहस भी हुई।
बहस की वजह वहीं थी की ड्राप एंड गो से गुजरने की अनुमति दी जाए। इसके अलावा दोपहिया वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था ऐसी जगह पर हो, जिससे यात्री व स्वजन दोनों को राहत मिले। अभी स्टैंड इतनी दूर है की वहां से स्टेशन के प्रवेश द्वार तक पहुंचने परेशानियों का सामना करना पड़ता है।