Bilaspur News: बिलासपुर की सड़कों पर कुलपति आचार्य वाजपेयी ने दौड़ाई साइकिल, सब ने कहा गुरुदेव की जय हो
Bilaspur News: विश्व साइकिल दिवस के अवसर पर अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य अरुण दिवाकर नाथ वाजपेयी ने समाज को खास संदेश दिया
By Yogeshwar Sharma
Edited By: Yogeshwar Sharma
Publish Date: Sat, 03 Jun 2023 05:00:13 PM (IST)
Updated Date: Sat, 03 Jun 2023 05:00:13 PM (IST)

Bilaspur News: बिलासपुर। विश्व साइकिल दिवस के अवसर पर अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य अरुण दिवाकर नाथ वाजपेयी ने समाज को खास संदेश दिया है। बिलासपुर की सड़कों पर साइकिल दौड़ाकर लोगों को प्रतिदिन साइकिलिंग करने और स्वास्थ्य के प्रति सचेत होने जागरूक किया है।
विश्वविद्यालय परिसर में सुबह सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को एकजुट कर साइकिल चलाने के फायदे गिनाए। इसके बाद खुद ही साइकिल लेकर कोनी क्षेत्र की सड़कों पर निकल पड़े। सुबह की ठंडी सुहानी हवा के साथ साइकिल दौड़ आते हुए पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय, शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, कोनी आईटीआई और गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय मार्ग से होते हुए वापस पहुंचे। इस दौरान जिस ने भी उन्हें देखा बस जुबान से एक ही शब्द कहा जय हो गुरुदेव। विश्व साइकिल दिवस पर विद्यार्थियों कर्मचारी और अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कई महत्वपूर्ण बातें भी कहीं जिनमें प्रमुख रूप से उन्होंने कहा कि अन्य शारीरिक गतिविधियों की तुलना में जो आपको घर के अंदर ही सीमित कर देती हैं, साइकिल चलाना आपको एक रोमांच देता है जिससे यह संभावना बढ़ जाती है कि आप बार-बार साइकिल चलाते रहेंगे।अन्य खेलों की तुलना में इसमें अधिक शारीरिक कौशल की आवश्यकता नहीं होती है।
सुबह सबसे पहले साइकिल चलाने से आपको रक्त परिसंचरण में वृद्धि करके जागने में मदद मिलती है और जब आप अपना दिन शुरू करते हैं तो आपको संतुष्टि की भावना मिलती है।बाइक पर आपका दैनिक आवागमन आपके परिवहन कार्बन फुटप्रिंट को काफी कम कर देता है।
साइकिल चलाने से आपके पूरे शरीर के कार्य में सुधार होता है और आपके जोड़ों पर बहुत अधिक तनाव डाले बिना आपके पैर मजबूत होते हैं।नियमित रूप से बाइक चलाने से तनाव, चिंता और अवसाद जैसी मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों में मदद मिल सकती है। साइकिल चलाना वजन को बनाए रखने या कम करने का एक प्रभावी तरीका है क्योंकि यह चयापचय दर को बढ़ाता है, मांसपेशियों का निर्माण करता है और शरीर की चर्बी को कम करता है। साइकिल चलाने से ताकत, धीरज और हृदय की फिटनेस बढ़ती है।साइकिल चलाना हृदय गति बढ़ाने और हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का एक शानदार तरीका है। इस अवसर पर कुलसचिव शैलेंद्र कुमार, परीक्षा नियंत्रक डॉ तरुण धर दीवान सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी विशेष रूप से उपस्थित रहे।