बिलासपुर। Bilaspur News: जरूरतमंदों, भिक्षुकों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वयंसेवी संगठन सामने आए हैं। इसी कड़ी में मार्मिक चेतना वेलफेयर सोसाइटी द्वारा वजन तौलने की मशीन वितरित की गई। आइजी की पहल पर शुरू की गई मिशन स्वावलंबन के तहत कई स्वयंसेवी संस्थाएं भी सामने आकर काम कर रहे हैं।
शहर में चौक-चौराहों पर घूमने वाले बेसहारा व भिक्षुक वर्ग को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आइजी दीपांशु काबरा ने मिशन स्वावलंबन अभियान शुरू किया है।
इसके तहत उन्हें रोजगार के छोटे-मोटे साधन मुहैया कराई जा रही है। इसी कड़ी में मार्मिक चेतना वेलफेयर सोसाइटी द्वारा शहर को भिक्षुक मुक्त बनाने जरूरतमंदों एवं भिक्षुक को आत्मनिर्भर बनाने के लिए वजन तोलने वाली मशीन बांटी गई है। समाज को भिक्षा वृत्ति जैसी सामाजिक बुराई त्याग कर स्वावलंबी बनाने की दिशा में संस्था द्वारा यह कार्यक्रम शुरू किया गया है।
इसके तहतराजीव प्लाजा एवं तितली चौक में बुजुर्ग एवं विकलांग बुजुर्ग जो भीख मांग कर अपना जीवन यापन करते थे उनका सर्वे कर एवं उनकी जीवनशैली जान कर उनको वजन तौलने की मशीन, एक जगह बैठकर कार्य करने के लिए दिया गया है। संस्था द्वारा इस तरह से स्वावलंबी बनाए जाने का कार्य किया जा रहा है। वजन मशीन देने के बाद संस्था के सदस्यों ने सबसे पहले वजन नाप कर बदले में उन्हें रकम दिए।
संस्था की अध्यक्ष अंकिता पांडेय शुक्ला ने बताया कि हमारे शहर में भिक्षुकों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसे चार वर्गों में बांटा गया है। इनमें बच्चों, वयस्क, बुजुर्ग एवं दिव्यांग शामिल हैं। सबसे पहले संस्था द्वारा दिव्यांग और बुजुर्गों का सर्वे कर उन्हें चिन्हाकित कर भिक्षा के बदले कार्य करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके तहत उन्हें वजन मशीन, फूल माला की दुकान, चप्पल जूता स्टैंड आदि की व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया है।
इस अभियान के तहत बच्चें को शिक्षा से जोड़ने का कार्य भी किया जा रहा है। इस अवसर पर संस्था के सहयोगी सदस्य अनुभव शुक्ला, नीरज गेमनानी, प्रकाश झा, शुभम पांडेय, नेहा तिवारी, रूपाली पांडेय, भाव्या शुक्ला समेत सभी सदस्य उपस्थित रहे।