नईदुनिया प्रतिनिधि, दंतेवाड़ा: तेलंगाना में लंबे समय से भूमिगत रहे तीन कुख्यात माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इनमें दो पति-पत्नी भी शामिल हैं। ये तीनों क्रमशः 36, 35 और 21 वर्षों से अंडरग्राउंड थे। ये तीनों माओवादी बस्तर डिविजनल कमेटी और दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सदस्य थे।
बता दें कि आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों के नाम कुनकती वेंकटैया उर्फ रमेश, मोगिलिचेरला वेंकटराजू उर्फ एर्रा राजू और थोडेम गंगा उर्फ गंगाव्वा है। इन पर 20-20 लाख रुपये का इनाम घोषित था। इन माओवादियों ने तेलंगाना पुलिस डीजीपी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।
तेलंगाना के डीजीपी बी. शिवधर रेड्डी ने कहा कि अब तेलंगाना में माओवादियों के फिर से संगठित होने की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ महीनों में 400 से अधिक माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं, जिनमें से 90 प्रतिशत छत्तीसगढ़ से जुड़े हैं।
बता दें कि माओवाद को जड़ से समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से लगातार प्रयासों में तेजी ला दी गई है। पिछले कुछ समय में छत्तीसगढ़ में 400 से अधिक माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। जिनमें की बड़े इनामी माओवादी भी शामिल हैं।
हाल हीं में बस्तर दशहरा के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बस्तर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मार्च 2026 तक देश से पूरी तरह माओवाद के खात्मे की चेतावनी मंंच से दी थी। साथ ही इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से चलाई जा रही नियद नल्लानार योजना और अन्य पुनर्वास योजनाओं की प्रशंसा की थी।
बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही प्रदेश के बस्तर संभाग में सक्रिय माओवादी संगठन की माड़ डिविजनल कमेटी ने अब सशस्त्र संघर्ष छोड़ने की घोषणा की है। डिविजनल सचिव सणीता के हस्ताक्षर से जारी बयान में कहा गया था कि यह निर्णय पोलित ब्यूरो सदस्य सोनू के नेतृत्व में लिया गया, और माड़ डिविजन इसका पूर्ण समर्थन करता है। इससे पहले उत्तर बस्तर और गढ़चिरौली डिविजन भी इसी दिशा में बयान जारी कर चुके हैं।