धमतरी। ब्यूरो
एक सप्ताह तक हुई हल्की व रिमझिम फुहार से खेतों की प्यास पूरी तरह नहीं बुझ पाई है। इससे सिर्फ खेतों की मिट्टी ही गीली हो पाई। जिससे केवल खेतों में हल चल पाया, लेकिन रोपाई नहीं हो पाई है। अब बारिश का सिलसिला थमने पर सिंचाई पंप भी जवाब देने लगे हैं। आसमान में तेज धूप खिलने से गीली जमीन तेजी से सूखने लगी है, जिससे खेतों की रोपाई अंचल के किसानों के लिए मुश्किल होती जा रही है।
नईदुनिया ने शुक्रवार को अंचल में खेती-किसानी की स्थिति का जायजा लिया। धमतरी ब्लॉक के ग्राम परसतराई, खरतुली, पोटियाडीह, आमदी, रावां, कोर्रा, डोमा, गुजरा, कुरमातराई, देमार, अर्जुनी तथा कुरूद ब्लॉक के कुर्रा, हंचलपुर, रामपुर, भखारा, सेमरा के खेतों में रोपाई के लिए किसानों को कई मशक्कत करनी पड़ रही है। आमदी-रांवा पुल के पास सिंचाई पाईप फैलाकर कुछ किसान जुताई के बाद सूखे खेतों में रोपाई के लिए नाला में भरे पानी डीजल पंप से खींचकर सिंचाई कर रहे थे। ग्राम हंचलपुर के पास सड़क किनारे डबरी में भरे पानी को डीजल पंप से खेतों तक पहुंचाने की कोशिश में लगे थे। डोमा-गुजरा के पास कुछ किसान पिकअप में सिंचाई पाईप भरकर खेत ले जा रहे थे। रोपाई के लिए खेतों में पानी की कमी है। किसी तरह सिंचाई कर रोपाई करने क्षेत्र के किसान जुटे हैं। ग्राम डोमा के सड़क किनारे मोटरपंप से पानी की रफ्तार पूरी तरह कम हो गई है। क्षेत्र में ऐसे कई मोटरपंप है, जो अभी से हांफने लगे हैं। किसानों की यह स्थिति पूरे जिले में है। रोपाई कार्य में हो रही परेशानी को लेकर किसानों की चिंता बढ़ गई है।
वनांचल में भी बुरा हाल
नगरी ब्लॉक वनांचल ग्राम सियादेही, कुकरेल, बनरौद, कुम्हड़ा, डोकाल, कोर्रा, झुरातराई, मगौद, छलकनी,बासीखाई, बाजार कुर्रीडीह, बनबगौद समेत अधिकांश गांवों में खेती-किसानी के लायक पर्याप्त बारिश नहीं हो पाई है। क्षेत्र के ज्यादातर किसानों ने खेतों में सूखा बोनी की है। बारिश बंद होने से खेत सूखने लगे हैं। पर्याप्त पानी के अभाव में कई खेतों में अब तक बोनी नहीं हो पाई है। बोनी और रोपाई के लिए जिले के किसानों को झमाझम बारिश का इंतजार है।
झमाझम बारिश का इंतजार
क्षेत्र के किसान गजेन्द्र कुमार साहू, कमलेश राम, प्रदुमन कुमार, महेश कुमार, गिरधारी लाल यादव, उमाकांत सिन्हा, मनराखन लाल का कहना है कि क्षेत्र में हल्की व रिमझिम बारिश हुई है, जो पर्याप्त नहीं है। इस बारिश से केवल जमीन भीगी है। पर्याप्त बारिश नहीं होने और लगातार मोटरपंपों के चलने से मोटरपंप भी साथ नहीं दे रहे हैं। पंपों की धार पतली हो गई है, जब तक झमाझम बारिश नहीं होगी, खेतों की दशा नहीं सुधर पाएगी। आसमान में बादल तो छा रहे हैं लेकिन वर्षा नहीं कर रहे हैं।
हड़बड़ी न करें किसान
'रोपाई के लिए अभी पर्याप्त समय है। किसान रोपाई के लिए हड़बड़ी न करें। बारिश के लिए पूरा समय शेष है। बारिश की अच्छी संभावना है। बारिश अच्छी होने और नर्सरी के बढ़ने के बाद ही रोपाई करें।'
-मनीषा सरकार, उपसंचालक-कृषि
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