छिंद के फायदे अनेक, फल से लेकर पत्तियां सभी है उपयोगी
छत्तीसगढ़ का खजूर कहा जाने वाला छिंद इन दिनों पककर तैयार है। बाजार में इसकी आवक भी शुरू हो गई है। वर्तमान में बाजार में इसकी कीमत 60 रुपये प्रति किलो है।
By Nai Dunia News Network
Edited By: Nai Dunia News Network
Publish Date: Thu, 29 Apr 2021 10:34:45 PM (IST)
Updated Date: Thu, 29 Apr 2021 10:34:45 PM (IST)

डाही। छत्तीसगढ़ का खजूर कहा जाने वाला छिंद इन दिनों पककर तैयार है। बाजार में इसकी आवक भी शुरू हो गई है। वर्तमान में बाजार में इसकी कीमत 60 रुपये प्रति किलो है।
खाने पर इसका स्वाद खजूर की तरह एकदम स्वादिष्ट होता है। अभी छिंद के पेड़ों में पीले-पीले फल देखकर मन प्रफुल्लित हो जाता है।
ताड़ प्रजाति के छिंद खासकर समीप के ग्राम देवरी-कुर्रा में काफी अधिक मात्रा में है। जिसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि यहां छिंद नाम से एक तालाब भी है। इसके अलावा यहां के सबसे बड़े तालाब के चारों ओर छिंद के पेड़ हैं। छिंद की टहनियों से झाड़ू, चटाई इत्यादि बनाया जाता है। जिसके चलते धमतरी जिले के अधिकांश गांवों के ग्राम पंचायत द्वारा छिंद के इन पेड़ों की पत्तियों की कटाई के लिए ठेका दिया जाता है। जिससे ग्राम पंचायत को आमदनी भी होती है।
इसके अलावा सेमरा डी के तालाब पार में भी छिंद पेड़ों की बहुलता है। इन पेड़ों में अभी फल लगा हुआ है। गांव के छोटे-छोटे बच्चे इन फलों को तोड़कर स्वाद का मजा ले रहे हैं। जबकि शहर में इसे बाजार से खरीदना पड़ रहा है। छिंद एक सदाबहार पेड़ है। इसमें पतझड़ का प्रभाव नहीं पड़ता है। बारिश के दिनों में छिंद की पत्तियों में पानी नहीं ठहरता है। ग्रामीण फगुवा राम, तुलसी राम, रामसहाय, गैंदलाल ने बताया कि खजूर की तरह छिंद भी फायदेमंद है।
इसमें कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है। इसलिए कुपोषित बच्चों के आहार में इसे शामिल किया जाता है। छिंद में प्रोटीन व फाइबर की मात्रा भी काफी अधिक होती है।
जिससे कब्ज की समस्या दूर हो जाती है। इसलिए कब्ज की शिकायत होने पर इसका सेवन करना चाहिए। इसमें विटामिन एवं कापर भी पाया जाता है। इसलिए सभी दृष्टि से इसका सेवन फायदेमंद है।