धमतरी। नईदुनिया प्रतिनिधि
किसान बाजार हर वर्ग की पसंद बनी हुई है। सब्जी उत्पादकों की बाड़ियों से निकलने वाली ताजा सब्जी खरीदने सुबह-सुबह किसान बाजार में भीड़ उमड़ती है। ग्राहक इतने अधिक है कि बाजार में सब्जी कम पड़ जाती हैं। इससे लोगों को मायूस हाथ लगती है। दिवाली के बाद से किसान बाजार गुलजार हो जाएगा क्योंकि सब्जी की लोकल आवक तेजी से बढ़ जाएगी।
पुरानी कृषि उपज मंडी में संचालित किसान बाजार को सोच से अधिक शहरवासियों का रिस्पांस मिल रहा है। यही वजह है कि यहां हर रोज सुबह सब्जी उत्पादक किसानों की बाड़ियों से सीधे निकलकर बाजार पहुंचने वाली सब्जियों को खरीदने लोगों की भीड़ लग जाती है। वर्तमान में स्थिति यह है कि बाजार पहुंच रही उत्पादकों की सब्जी हाथों हाथ बिक जाती है। ग्राहकों के लिए सब्जी कम पड़ती है। ऐसे में उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ता है। किसान बाजार के प्रभारी अधिकारी वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी मनोज सागर ने बताया कि किसान बाजार में हर रोज औसत 6 से 7 क्विंटल सब्जियों की आवक बनी हुई है। सभी उत्पादकों की सब्जी बाजार में ही खप जाती है। सब्जी की मांग लोगों द्वारा बनी रहती है, लेकिन कम उत्पादन के चलते मांगे पूरी नहीं हो पाती। क्योंकि समय-बेसमय अधिक बारिश होने से कई किसानों के सब्जी फसल खराब हो गई है। प्रभारी अधिकारी मनोज सागर ने बताया कि दीवाली त्योहार के बाद किसान बाजार में लोकल सब्जियों की आवक बढ़ जाएगी। इन दिनों किसानों के बाड़ियों में सब्जी तैयार हो रही है। लोगों को पर्याप्त मात्रा में उत्पादकों के बाड़ियों से सीधी सब्जी मिलेगी। कोलियारी, लोहरसी, खरेंगा, बारना, भरारी, हटकेशर से सब्जी पहुंचते हैं। सब्जी उत्पादकों को प्रेरित करने भविष्य में इन किसानों को शासकीय योजनाओं के लाभ में पहली प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही किसानों की संख्या अधिक होने पर सिटी बस की सुविधा भी शुरू की जा सकती है। किसान बाजार में ग्रामीण क्षेत्र के सभी प्रकार के देशी प्रोडक्ट जैसे जैविक खेती से उत्पादित सुंगधित धान, फल, दूध, दही समेत कई अन्य खाद्य सामग्री बिक्री के लिए पहुंचता है, जिसे लोग खरीद रहे हैं।