नईदुनिया प्रतिनिधि, धमतरी : अंचल में पिछले दो दिनों से रूक-रूककर अच्छी बारिश हुई है, इससे जिले के प्रमुख गंगरेल बांध में कैंचमेंट एरिया से 228,716.409 लीटर प्रति सेंकेंड पानी की आवक हो रही है। इससे गंगरेल बांध में 21.419 टीएमसी पानी भर चुका है। यह जलभराव अपनी क्षमता से 60 प्रतिशत है। जबकि बांध में पानी की आवक लगातार बनी हुई है। मुरूमसिल्ली, सोंढूर और दुधावा बांध की भी सेहत में सुधार आने लगा है।
बता दें कि 25 और 26 जुलाई को क्षेत्र में अच्छी बारिश हुई है, शुक्रवार की रात में घंटों बारिश हुई। वहीं शनिवार की सुबह से अंचल में बारिश का सिलसिला जारी रहा, जो दोपहर तक चला। शाम को बारिश थम गई और मौसम कुछ समय के लिए खुला।
लगातार दो दिनों तक रूक-रूककर हुई बारिश के चलते जिले के प्रमुख गंगरेल बांध में कैचमेंट क्षेत्र से पानी की आवक शुरू हो गई है। गंगरेल कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार गंगरेल बांध में शाम छह बजे की स्थिति में बांध में कैचमेंट क्षेत्र से 8077 क्यूसेक पानी की आवक बनी हुई थी। बांध से पानी की आवक होने के साथ गंगरेल बांध का जलभराव 21.419 टीएमसी हो चुका है।
60 प्रतिशत पानी भरने के बाद बांध की खूबसूरती बढ़ गई है। हालांकि गंगरेल बांध को भरने के लिए अभी बड़ी मात्रा में पानी की आवश्यकता है। कांकेर क्षेत्र में झमाझम बारिश होने का इंतजार है, इसके बाद ही गंगरेल बांध लबालब भर पाएगा, लेकिन फिलहाल इस क्षेत्र में भी बारिश काफी कमजोर है।
जिले के प्रमुख गंगरेल बांध के अलावा मुरूमसिल्ली बांध में भी पानी की आवक हो रही है। इस बांध में 857 क्यूसेक पानी की आवक होने के साथ बांध का जलभराव 1.689 टीएमसी हो चुका है, जो अपनी क्षमता के 27 प्रतिशत जलभराव है।
दुधावा बांध में 916 क्यूसेक पानी की आवक होने के साथ बांध का जलभराव 2.534 टीएमसी हो चुका है और बांध 23 प्रतिशत से अधिक भर चुका है।
सोंढूर बांध में भी 532 क्यूसेक पानी की आवक होने के साथ बांध का जलभराव 2.713 टीएमसी हो चुका है और बांध 32 प्रतिशत भर चुका है।
गंगरेल समेत सभी बांधों को भरने के लिए अब झमाझम बारिश का इंतजार है, क्योंकि वर्तमान में बांधों में भरा हुआ पानी पर्याप्त नहीं है। इतना पानी से बांधों की प्यास अभी तक नहीं बूझ पाई है।